बागपत : ये दर्दनाक वारदात जिले के छपरौली कस्बे की है. यहां का रहने वाला गुलाब कुरैशी फेरी लगाकर कपड़ा बेचने का काम करता है. जब वह कपड़ा बेचने के लिए बाहर गया हुआ था, इस दौरान उसकी पत्नी अंजुम अपने पांच साल के बेटे उमेर व तीन साल की बेटी अंशिका के साथ घर में अकेली थी. बुधवार की देर रात महिला अंजुम ने कमरे को अंदर से बंद कर लिया और अपने बच्चे उमेर व अंशिका की गला दबाकर हत्या कर दी. गुरुवार की सुबह खुद ही महिला ने शोर मचा दिया कि उसने अपने बच्चों की हत्या कर दी है. उसका शोर सुनकर मौके पर आसपास के लोगों की भीड़ लग गई. लोगों ने देखा कि दरवाजा अंदर से बंद है और अंजुम के रोने की आवाज आ रही है.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि अंजुम कमरे के एक कोने में बैठकर रो रही है. दोनों बच्चे चारपाई पर मृत पड़े थे. उनके गले में चुन्नी का फंदा लगा था. पुलिस ने अंजुम को हिरासत में लेकर बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
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दरअसल, छपरौली कस्बे में एक दंपत्ति रहते हैं, जिनकी करीब 10 साल पहले शादी हुई थी. उनका आपस में काफी दिनों से गृह क्लेश चल रहा था. आपसी विवाद के बाद पति बुधवार को नाराज होकर कपड़ा बेचने फरीदाबाद चला गया था. इसी परेशानी में उसने अपने दोनों बच्चों का गला दबा दिया जिससे उनकी मृत्यु हो गयी. फिलहाल पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर विधिक कार्रवाई में जुट गई.