बागपत : प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान के नायिका कार्यक्रम के तहत अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज अप्सरा चौधरी को एक दिन का डीएम बनने का मौका मिला. इस दौरान उन्होंने बाकायदा चार्ज भी लिया, समस्याएं भी सुनीं और अपनी प्राथमिकता भी गिनवाई. बागपत की इस बेटी के एक दिन का कलक्टर बनने से बाकी बेटियों न केवल और आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि कुछ बड़ा कर पाने की उम्मीद भी जगेगी. डीएम बनने के बाद अप्सरा ने कहा कि प्रशासन से शूटरों के लिए शस्त्र लाइसेंस आसानी से बनाने और शूटिंग के लिए अन्य सुविधाएं देने के संबंध में चर्चा की.
जिले के निरोजपुर गांव की अप्सरा चौधरी की पहचान अब तक एक इंटरनेशनल शूटर के तौर पर थी, लेकिन अब बागपत के लोग इन्हें एक दिन की डीएम के तौर पर भी जानेंगे. सुबह कलक्ट्रेट पहुंची इंटरनेशनल शूटर अप्सरा चौधरी ने बागपत के डीएम कमल यादव से चार्ज लिया और उसके बाद शुरू हुआ समस्याओं के समाधान का सिलसिला. आत्मविश्वास से लबरेज अप्सरा चौधरी को कर्मचारियों ने डीएम साहब कहकर बुलाया. वहीं जब डीएम साहब से पत्रकारों ने सवाल पूछा कि प्राथमिकता क्या हैं तो जवाब आया कि जिले में एक बड़ी शूटिंग रेंज बनवाना है. साथ ही उन्होंने कहा कि डीएम की कुर्सी पर बैठना उनके लिए सपने जैसा है.
दरअसल, शासन ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर यूपी के 75 जिलों में निर्देश दिए कि बालिकाओं में आत्मविश्वास जगाने के लिए एक-एक बालिका को डीएम और एसएसपी बनाया जाए. जहां कमिश्नरी है, वहां कमिश्नर भी बनाया जाए. इसी कड़ी में अप्सरा चौधरी को डीएम राजकमल यादव ने एक दिन का जिलाधिकारी बनाया. बेटियों को इस तरीके से एक दिन का डीएम और कप्तान बनाने की पहल के दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे. क्योंकि शासन के इस प्रयास से बेटियों प्रति मां-बाप का नजरिया भी बदलेगा और मनोबल भी बढ़ेगा.