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बागपत की शूटर दादी की कहानी पर बनेगी फिल्म 'सांड की आंख'

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Published : Feb 13, 2019, 9:38 AM IST

यह कहानी उन दो महिलाओं की है, जिन्होंने न अपनी उम्र देखी और न ही समाज की परवाह की. सिर्फ इनकी मेहनत और लगन के बल पर पूरी दुनिया उन्हें शूटर दादी के नाम से जानती हैं.

चंद्रो और प्रकाशो ने 25 नेशनल शूटिंग चैंपियन में मेडल जीते हैं.

बागपत : जिले की 80 वर्ष की बुजुर्ग महिला की निशानेबाजी की संघर्ष भरी कहानी पर फिल्म 'सांड की आंख' की शूटिंग शुरू हो गई है. अब इस शूटर दादी की कहानी पूरा देश देखेगा. फिल्म में दिखाया जाएगा कि दादी ने कैसे संघर्ष करते हुए निशानेबाजी में अपना नाम रोशन किया. फिल्म में दोनों दादी का रोल अदा कर रहीं तापसी पन्नू और भूमि पेडणेकर मुख्य भूमिका निभाएंगी.

चंद्रो और प्रकाशो ने 25 नेशनल शूटिंग चैंपियन में मेडल जीते हैं.

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जिले के छोटे से गांव जोहड़ी की रहने वाली उम्रदराज महिला निशानेबाजों में शुमार दादी चंद्र और प्रकाशी की संघर्ष भरी कहानी पर अब फिल्म बनने जा रही है. फिल्म का निर्देशक अनुराग कर रहे हैं. इस फिल्म का नाम 'सांड की आंख' है. शूटिंग के लिए जोहड़ी गांव में सेट तैयार हो चुका है.

यह फिल्म चंद्रो और प्रकाश दोनों देवरानी और जेठानी पर बनाई जा रही है, जिसमें 80 साल की दादी प्रकाश और चंद्रो ने उम्रदराज होने के बावजूद निशानेबाजी में नाम रोशन किया है. इनकी कहानी काफी दिलचस्प है. दादी के निशानेबाज बनने की कहनी 2001 में शुरू हुई. चंद्र अपनी पोती को गांव की ही एक शूटिंग रेंज में शूटिंग सिखाने जाती थी. एक दिन पोती ने कहा दादी आप भी निशाना लगा कर देखो. चंद्र ने दो तीन निशाने एकदम सही लगाए.
राइफल क्लब के कोच ने दादी को शूट करते हुए देखा तो वह दंग रह गया. इसके बाद उन्होंने दादी को सूटर बनाने की ट्रेनिंग दी. सटीक निशाना लगने के बाद दादी ने निशानेबाजी में ध्यान देना शुरू किया. उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया और साथ ही कई पदक भी जीते. इसी बीच शूटर दादी को समाज में कई ताने भी सुनने पड़े. गांव वाले उनका मजाक उड़ाते हुए कहा करते थे कि दादी इस उम्र में कारगिल पर जाएगी क्या, लेकिन उन्होंने किसी की न सुनी.

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चंद्रो और प्रकाशो ने 25 नेशनल शूटिंग चैंपियन में मेडल जीते हैं. इतना ही नहीं एक प्रतियोगिता में दिल्ली के डीआईजी को हराकर प्रकाशो ने गोल्ड मेडल जीता था. इस फिल्म में दादी चंद्रो का रोल भूमि पेडनेकर निभा रही है लहीं तापसी पन्नू प्रकाशो के रोल में नजर आएंगी. फिल्म की शूटिंग गांव में शुरू हो गई हैं. इस दौरान फिल्म कलाकार मीडिया से दूरी बनाने मनाते हुए नजर आए. शूटिंग और कलाकारों को देखने के लिए आसपास के गांव में काफी भीड़ इकट्ठा हुई.

बागपत : जिले की 80 वर्ष की बुजुर्ग महिला की निशानेबाजी की संघर्ष भरी कहानी पर फिल्म 'सांड की आंख' की शूटिंग शुरू हो गई है. अब इस शूटर दादी की कहानी पूरा देश देखेगा. फिल्म में दिखाया जाएगा कि दादी ने कैसे संघर्ष करते हुए निशानेबाजी में अपना नाम रोशन किया. फिल्म में दोनों दादी का रोल अदा कर रहीं तापसी पन्नू और भूमि पेडणेकर मुख्य भूमिका निभाएंगी.

चंद्रो और प्रकाशो ने 25 नेशनल शूटिंग चैंपियन में मेडल जीते हैं.

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जिले के छोटे से गांव जोहड़ी की रहने वाली उम्रदराज महिला निशानेबाजों में शुमार दादी चंद्र और प्रकाशी की संघर्ष भरी कहानी पर अब फिल्म बनने जा रही है. फिल्म का निर्देशक अनुराग कर रहे हैं. इस फिल्म का नाम 'सांड की आंख' है. शूटिंग के लिए जोहड़ी गांव में सेट तैयार हो चुका है.

यह फिल्म चंद्रो और प्रकाश दोनों देवरानी और जेठानी पर बनाई जा रही है, जिसमें 80 साल की दादी प्रकाश और चंद्रो ने उम्रदराज होने के बावजूद निशानेबाजी में नाम रोशन किया है. इनकी कहानी काफी दिलचस्प है. दादी के निशानेबाज बनने की कहनी 2001 में शुरू हुई. चंद्र अपनी पोती को गांव की ही एक शूटिंग रेंज में शूटिंग सिखाने जाती थी. एक दिन पोती ने कहा दादी आप भी निशाना लगा कर देखो. चंद्र ने दो तीन निशाने एकदम सही लगाए.
राइफल क्लब के कोच ने दादी को शूट करते हुए देखा तो वह दंग रह गया. इसके बाद उन्होंने दादी को सूटर बनाने की ट्रेनिंग दी. सटीक निशाना लगने के बाद दादी ने निशानेबाजी में ध्यान देना शुरू किया. उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया और साथ ही कई पदक भी जीते. इसी बीच शूटर दादी को समाज में कई ताने भी सुनने पड़े. गांव वाले उनका मजाक उड़ाते हुए कहा करते थे कि दादी इस उम्र में कारगिल पर जाएगी क्या, लेकिन उन्होंने किसी की न सुनी.

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चंद्रो और प्रकाशो ने 25 नेशनल शूटिंग चैंपियन में मेडल जीते हैं. इतना ही नहीं एक प्रतियोगिता में दिल्ली के डीआईजी को हराकर प्रकाशो ने गोल्ड मेडल जीता था. इस फिल्म में दादी चंद्रो का रोल भूमि पेडनेकर निभा रही है लहीं तापसी पन्नू प्रकाशो के रोल में नजर आएंगी. फिल्म की शूटिंग गांव में शुरू हो गई हैं. इस दौरान फिल्म कलाकार मीडिया से दूरी बनाने मनाते हुए नजर आए. शूटिंग और कलाकारों को देखने के लिए आसपास के गांव में काफी भीड़ इकट्ठा हुई.

Intro:बागपत जिले की अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग निशानेबाजी की संघर्ष भरी कहानी पर फिल्म सांड की आंख की शूटिंग हो रहीं हैं। शूटर दादी की कहानी अब पूरा देश देखेगा। दोनों दादी और संघर्ष कर कर कैसे निशाने में अपना नाम रोशन करके शूटर दादी कहलाई
इस फिल्म में दादी का रोल अदा कर रही तापसी पन्नू और भूमि पेडणेकर मुख्य रोल निभा रही है।


Body: यह कहानी उन दो महिलाओं की है जिन्होंने ना अपनी उम्र कमर देखी और न समाज की परवाह की। सिर्फ अपने दिल और दिमाग और अपनी मेहनत के बल पर पूरी दुनिया उन्होंने शूटर दादी के नाम जानती हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ खाद पंचायती महिलाओं को लेकर तरह-तरह के प्रमाण देते रहते हैं। वहीं से बागपत जिले से एक छोटे से गांव जोहड़ी की रहने वाली दुनिया की उम्रदराज महिला निशानेबाजों में शुमार दादी चंद्र और प्रकाशी की संघर्ष भरी कहानी पर अप फिल्म बनने जा रही है। फिल्म का निर्देशक अनुराग कश्यप द्वारा किया जाएगा। इस फिल्म का नाम सांड की आंख है शूटिंग के लिए जोहड़ी गांव में सेट तैयार हो चुका है।
यह फिल्म चंद्र और प्रकाश को दोनों देवरानी और जेठानी और बनाई जा रही है जिसमें 80 साल की दादी प्रकाश और चंद्र ने लंबी उम्र में निशानेबाजी में नाम रोशन किया है। इन दोनों की कहानी बहुत ही दिलचस्प है
दादी ने निशानेबाज बनने की कहनी 2001में शुरू हुई जब 2001 में चंद्र अपनी पोती को गांव की ही एक शूटिंग रेंज में शूटिंग सिखाना जाती थी। एक दिन पोती ने कहा दादी आप भी निशाना लगा कर देखो चंद्र ने दो तीन निशाने एकदम सही लगाए। जब राइफल क्लब के कोच ने दादी को यू शूट करते हुए देखा तो वह दंग रह गया। इसके बाद उन्होंने दादी को सूटर बनाने की ट्रेनिंग दी सटीक निशाना लगने के बाद दादी ने निशानेबाजी में ध्यान देना शुरू किया। देखते ही देखते उन्होंने कई प्रतिभाओं ने भी भाग लिया और साथ ही कई पदक जीते इसी बीच शूटर दादी को समाज में कई ताने भी सुनने पड़े गांव वाले उनका मजाक उड़ाते हुए कहा करते थे कि बढ़िया इस उम्र में कारगिल पर जाएगी क्या। लेकिन उन्होंने किसी की ना सुनो सिर्फ अपने दिमाग और दिल की सुनी जिसकी। उनका लक्ष्य हमेशा शूटिंग ही रहा है वह 25 मीटर तक का निशान लगा चुके हैं दादी ओं ने 25 नेशनल शूटिंग चैंपियन में मेडल जीते हैं इतना ही नहीं एक प्रतियोगिता में दिल्ली के डीआईजी को हराकर प्रकाशो ने गोल्ड मेड गोल्ड मेडल जीता था।
इस फिल्म में दादी चंद्र कुमार का रोल भूमि पेडनेकर निभा रही है जहां तापसी पन्नू प्रकाशो का रोल में नजर आए गई। उन्होंने आज फिल्म की शूटिंग की थी हालांकि इस चरण फिल्म की कलाकार मीडिया से दूरी बनाने मनाते हुए दिखे वहीं जोड़ी गांव में चल रही शूटिंग और कलाकारों को देखने के लिए आसपास के गांव में भीड़ इकट्ठा हुई है ।



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