बागपत: कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली जा रहे किसानों को बागपत पुलिस और प्रशासन ने रास्ते में ही रोक लिया. पुलिस और प्रशासन के रोकने से नाराज किसानों ने दिल्ली-सहारनपुर हाई-वे पर जाम लगा दिया और दिल्ली कूच करने पर अड़ गए. कृषि कानूनों के विरोध की तपिश अब धीरे-धीरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बढ़ती जा रही है. रविवार को किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ दिल्ली की ओर कूच कर रहे थे. जैसे ही किसानों का काफिला दिल्ली यमुनोत्री सहारनपुर हाई-वे 709 B पर पहुंचा, तो पुलिस और प्रशासन ने किसानों के काफिले को रोक लिया.
किसानों ने लगाया जाम
नाराज किसानों ने नेशनल हाई-वे पर ही जाम लगा दिया. किसानों का आरोप है कि बागपत पुलिस और प्रशासन किसानों को दिल्ली जाने से रोक रहा है. किसानों ने कहा कि प्रदर्शन करना उनका संवैधानिक अधिकार है. किसानों का यह भी आरोप है कि बागपत पुलिस ने उनके कई किसान नेताओं को नजरबंद कर रखा है.
पुलिस ने किया नजरबंद
किसानों ने बताया कि पुलिस ने हमारे कुछ लोगों को नजरबंद कर लिया. इसकी वजह से कुछ ट्रैक्टर नहीं आ सके. हमारा पंचलोक मंदिर के पास धरना देने का इरादा था. धरने को सफल बनाने के लिए हमारी रणनीति तय थी, जो प्रशासन द्वारा रोक दी गई है. 100 लोगों से ज्यादा लोगों को नजरबंद किया गया है.
काले कानून वापस लें
हमारे जो भाई सिंघू बॉर्डर पर बैठें हैं, उनके समर्थन में हम आंदोलन कर रहे हैं. तीन काले कानूनों को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है. जब तक यह तीनों काले कानून वापस नहीं होते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. सरकार ने जो कॉरपोरेट घरानों के लिए यह कानून बनाए हैं, यह किसान के हित में नहीं है. आने वाले समय में जनता की थाली से रोटी छिनने वाली है. जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे, आंदोलन जारी रहेगा. हमारी गाजीपुर जाने की रणनीति है. प्रशासन ने करीब 150 किसानों के ट्रैक्टरों को रोक लिया है.