बागपत: जिला प्रशासन और ग्राम प्रधान के उत्पीड़न से परेशान बड़ौत तहसील क्षेत्र के मलकपुर गांव के सैंकड़ों परिवार गांव से पलायन करने को मजबूर हैं. लोग घरों पर मकान बिकाऊ के पोस्टर चस्पा कर गांव से पलायन करते दिख रहे हैं. वहीं मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गांव वालों के पलायन करने जैसी कोई बात नहीं है.
मामला बड़ौत तहसील क्षेत्र के मलकपुर गांव का है, जहां गांव के ज्यादातर मकानों पर नजर डालें तो पलायन और मकान बिकाऊ के पोस्टर चस्पा दिख रहे हैं. ग्रामीणों के मुताबिक ऐसे सैकड़ों परिवार हैं, जो गांव से पलायन कर रहे हैं. वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. आरोप है कि उनके परिवारों के लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए हैं.
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान कृष्णपाल तोमर व ग्राम सचिव राजीव खोखर द्वारा विकास कार्यों के लिए आए 1 करोड़ से ज्यादा रुपयों का गबन किया गया है, जिसकी जानकारी उन्हें आरटीआई के जरिए मिली थी और इसी बात से नाराज ग्राम प्रधान और सचिव ने उनके परिवार वालों के 9 लोगों के खिलाफ मारपीट के फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिए हैं.
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इसके चलते पुलिस भी उन्हें प्रताड़ित कर रही है. यही नहीं पलायन कर रहे लोगों का कहना है कि प्रदेश सरकार से भी वे इसकी शिकायत कर चुके हैं. लेकिन कुछ सत्ताधारी लोगों की वजह से उनकी सुनवाई नहीं की जा रही, जिससे परेशान होकर गांव के 100 परिवार पलायन को मजबूर हैं.
वहीं पुलिस अधिकारी ग्राम सचिव द्वारा शिकायत के आधार पर मुकदमे की बात कह रहे हैं, जिसमें गांव के 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ग्रामीणों द्वारा पलायन की बात को पूरी तरह से नकार रही है.