बागपत: जनपद में यूपी -हरियाणा के सालों से चले आ रहे सीमा विवाद को निपटाने के लिए बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में दोनों राज्यों के अधिकरियो के साथ मीटिंग हुई. इस मीटिंग में हरियाणा के सोनीपत और पानीपत जिले के अधिकारी व यूपी के सीमावर्ती जिले बागपत और शामली के अधिकारी मौजूद रहे.
ये मीटिंग बागपत डीएम शकुंतला गौतम की अध्यक्षता में हुई. बता दें कि 25 नवम्बर से 7 दिसम्बर तक दोनों राज्यों के चारों जनपदों में सर्वे कर एक रिपोर्ट मेरठ मंडलायुक्त को भेजी जाएगी.
क्या है विवाद की वजह
दरअसल, पिछले कई सालों से यूपी और हरियाणा राज्यों के किसानों के बीच सीमा विवाद को लेकर खूनी संघर्ष हो रहा था और कई बार तो दोनों राज्यो के किसानों में फसल बुवाई व कटाई को लेकर विवाद काफी अधिक बढ़ जाता है. दोनों राज्यों की सीमाओं से गायब पिलर की वजह से किसानों के बीच ये विवाद बना हुआ है, जिसका अब जल्द ही समाधान कर लिया जाएगा.
दोनों ही राज्यों के अधिकारियों के बीच इस मामले पर घंटों मंथन हुआ. अब दोनों राज्यों के अधिकारी अपने-अपने राज्यों में संयुक्त टीम बनाकर सीमावर्ती इलाकों का सर्वे करेंगे, जिसकी शुरुआत 25 नवम्बर से होगी और 7 दिसंबर तक चलेगी.
पहले बागपत और सोनीपत की टीम सर्वे करेगी. उसके बाद बागपत और पानीपत की टीम तो वहीं आखिर में पानीपत और शामली जिले की टीम सर्वे करेगी. सर्वे के बाद उन स्थानों पर दोनों राज्यों की टीम बाउंड्री पिलर लगाएगी और उसकी रिपोर्ट मेरठ मंडलायुक्त को सौंपेगी. इसके अलावा टीमें मुख्य पिलर के लिए भी सर्वे करेगी और उसे भी लगवाएगी.
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दरअसल, सीमा विवाद के निपटारे के लिए यूपी के बागपत, शामली व हरियाणा के सोनीपत व पानीपत जनपदों के डीएम की एक मीटिंग बुलाई गई थी और यूपी के दोनों जनपदों की नोडल अधिकारी डीएम शकुंतला गौतम को बनाया गया था. इस दौरान हरियाणा के अधिकारी व बागपत के तमाम अधिकारी और शामली जनपद के डीएम भी मीटिंग मे मौजूद रहे.