बागपतः प्रदेश में लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन गयी है. साथ ही बारिश को लेकर सरकार के भी तमाम दावों की पोल खुलनी शुरू हो गई है. जगह-जगह जलभराव देखने को मिल रहा है. रेलवे अंडर पास जैसी जगहें तालाब की शक्ल में नजर आ रही हैं. यह आमूमन हर साल की कहानी बन चुकी है. इसके लिए लोग सरकार और प्रशासनिक अमले को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. वहीं, शनिवार को जिले के एक पूर्व फौजी और समाजसेवी ने इसे लेकर अनोखे अंदाज में विरोध जताया. पूर्व फौजी कुछ महिलाओं के साथ मिलकर सड़क पर हुए जलभराव में धान की फसल लगाते हुए नजर आया.
दरअसल, प्रदेश के अधिकतर जिलों की तरह बागपत में भी बारिश का पानी जलभराव में ही नजर आता है. इससे राहगीरों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी के खिलाफ विरोध जताने के लिए पूर्व फौजी सुभाष कश्यप ने एक अनोखा अंदाज चुना. उन्होंने क्षेत्र की कुछ महिलाओं के साथ सड़क पर हुए जलभराव में धान की फसल लगा दी. इस दौरान पूर्व फौजी एक हाथ में टॉर्च, तो दूसरे हाथ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मुखौटा लिए नजर आए. पूर्व फौजी के विरोध का ये अंदाज बागपत में चर्चा का विषय बना हुआ है.
बता दें कि दिल्ली सहारनपुर नेशनल हाईवे पर खेकड़ा कस्बे के पास है सुभानपुर नाम का एक गांव है. सुभाष कश्यप इसी गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने प्रदर्शन के दौरान कहा, 'यहां की दशा इतनी बुरी है कि इस रोड पर बारिश में 3 से 4 फीट तक जलभराव हो जाता है. यह या तो स्टेट हाईवे की जिम्मेदारी बनती है या फिर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी बनती है. गांव के लोगों को इस हाईवे से जोड़ा जाए. बारिश के साथ ही इनका संपर्क टूट जाता है. इस रोड को जल्द से जल्द बनवाने का काम होना चाहिए. यहां से थोड़ी दूर पर एक जेल भी है. वहां अधिकारी आते-जाते रहते हैं. उनको भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए.'
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