बागपतः जिले में शहीद की अनदेखी को लेकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार करने का फैसला लिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि शहीद के सम्मान में गांव में न तो कोई अधिकारी आया और न ही कोई जन प्रतिनिधि पहुंचा. जिसकी वजह से ग्रामीण नाराजगी जता रहे हैं.
आपको बता दें कि बिनोली थाना क्षेत्र के तहत खपराना गांव निवासी अनुज कुमार 2015 में सेना में भर्ती हुए थे. वे द्रास लेह में तैनात थे, जहां वो शहीद हो गये थे. उनका अंतिम संस्कार गांव में 23 जनवरी को किया गया था. लेकिन परिजनों का आरोप है कि गांव में कोई भी अधिकारी और जनप्रतिनिधि शहीद के परिजनों से न तो मिलने आया और नहीं किसी ने ढाढ़स बंधाया है. जिसके चलते ग्रामीणों ने अपनी नाराजगी जताते हुए गांव में पंचायत की और फैसला लिया कि आगामी विधानसभा चुनाव 2022 का ग्रामीण बहिष्कार करेंगे.
शहीद की पत्नी प्रियंका पुनिया ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वो एक जवान को बचाते हुए शहीद हो गये थे. उन्होंने कहा कि इस वीर को न ही कोई अधिकारी श्रद्धांजलि देने आया और न ही कोई विधायक यहां आया.
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गांव के रणवीर सिंह का कहना है कि शहीद का अपमान देश का अपमान है. पूरा गांव आक्रोश में है. सभी लोगों ने ये फैसला लिया है कि हम किसी भी जनप्रतिनिधि को वोट नहीं करेंगे. पूरे गांव में 11 सौ वोट है. लेकिन वे विधानसभा चुनाव 2022 का पूरी तरह से बहिष्कार करेंगे.