बागपत: जिले में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी को चार दिन पहले अदालत से लौटते समय दिल्ली यमुनोत्री हाईवे से अगवा कर लिया गया. शुक्रवार को वह शामली के जंगलों में गंभीर हालत में पड़ा मिला. सूचना पर पहुंची पुलिस उसे बड़ौत ले आई और उपचार के लिए मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया. आरोप है कि दुष्कर्म के आरोपी को अगवा करने वालों ने उसके साथ मारपीट की.
तारीख पर आया था आरोपी
दो साल पहले हुए सामूहिक दुष्कर्म का एक आरोपी 20 अक्टूबर को मुकदमे की तारीख पर बागपत अदालत गया था, जहां से वह कार में घर लौट रहा था. दोपहर लगभग दो बजे आरोपित के भाई ने उसे फोन कर उसकी लाेकेशन पूछी तो उसने बताया कि वह अदालत से घर के लिए निकल चुका है, लेकिन तीन बजे उसने जब फोन किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ, जिसके बाद उसकी तलाश शुरू कर दी गई. दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे 709 B पर बड़ौली-ट्योढ़ी गांव के बीच उसके भाई की कार खड़ी मिली, लेकिन वह गायब मिला, जिसके बाद बड़ौत कोतवाली में उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी गई थी.
गन्ने के खेत में पड़ा मिला
युवक के भाई ने बताया कि शुक्रवार सुबह उनके पास शामली जिले के एक गांव से फोन कर लोगों ने बताया कि उसका भाई ईंख के खेत में घायल हालत में पड़ा हुआ है. वह दारोगा को लेकर मौके पर पहुंचा, जहां शामली पुलिस भी मौजूद थी. इसके बाद घायल हालत में उसे बड़ौत लाया गया, जिसके बाद गंभीर हालत में उसे मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया, जहां वह देर शाम तक बेहोशी की हालत में था.
सिगरेट से दाग रखा था शरीर
अगवा किए गए आरोपी ने बताया कि अदालत से लौटते समय कई लोगों ने उसे रास्ते से अगवा कर लिया था. उसे कार में कुछ सुंघा दिया. युवक के भाई ने बताया कि आरोपितों ने उसकी कमर, हाथ और पैर को सिगरेट से दाग रखा है. उसके शरीर पर पिटाई के निशान भी उसके साथ हुई यातनाओं को बयां कर रहे हैं.