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बागपत में जहरीली शराब पीने से दो दिनों में 6 लोगों की मौत

यूपी के बागपत में शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से एक और शख्स की मौत हो गई. जिले में दो दिनों में शराब के सेवन से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं प्रशासन इस पर कुछ भी बोलने से बच रहा है.

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जहरीली शराब से एक और व्यक्ति की मौत.
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Published : Sep 11, 2020, 6:42 PM IST

बागपत: जिले के चांदीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत चमरवाल गांव में शराब का सेवन करने से शुक्रवार को एक और शख्स की हालत बिगड़ गई, जिसे आनन-फानन में पिलाना के सीएचसी ले जाया गया, जहां से पीड़ित को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल में उपचार के दौरान शख्स की हालत गंभीर देखते हुए उसे मेरठ के लिए रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गई. युवक के साथ आए रिश्तेदार ने बताया कि युवक ने शराब का सेवन किया था, तभी से युवक की हालत बिगड़ने लगी. युवक को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी.

जहरीली शराब से एक और व्यक्ति की मौत.

बीते दो दिनों में चमरवाल गांव में शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतक के परिजनों से पूछने पर उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शराब का सेवन किया था, जिसके बाद से तबीयत बिगड़ने लगी थी और आखिरकार उनकी मौत हो गई.

एक ही गांव में 6 लोगों की मौत होने के बाद जिला प्रशासन ने इस पर संज्ञान लिया. पुलिस ने गुरुवार को श्यामलाल के अंतिम संस्कार को रुकवाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मानें तो शख्स की मौत शराब पीने से नहीं हुई थी, लेकिन ग्रामीण और परिजनों की मानें तो शराब के सेवन के बाद से ही युवक की हालत बिगड़ी थी और मौत हो गई थी. इस मामले में प्रशासन कुछ भी बोलने से बच रहा है.

बीते गुरुवार को डीएम शकुन्तला गौतम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. डीएम ने गांव वालों को बताया कि श्यामलाल की मौत शराब पीने से नहीं हुई है. हालांकि जो चार मौते गांव में हुई थीं, उनका अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम के ही परिजनों ने कर दिया था.

ऐसी स्थिति में प्रशासन सवालों के घेरे में खड़ा हो गया है. आखिरकार अगर मौत शराब पीने से नहीं हुई, तो मौत की वजह क्या है? यह बड़ा प्रश्न है. शुक्रवार को फिर उसी गांव में एक युवक की मौत अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है.

नहीं रुक रहा अवैध शराब का कारोबार
गौरतलब है कि बड़ौत थाना क्षेत्र अंतर्गत रामनगर कॉलोनी में पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर एक मकान में चल रही शराब की फैक्ट्री को पकड़ा था. इसमें चार लोगों को जेल भेजा गया था. उनके पास से भारी मात्रा में नकली शराब और महंगी शराब के स्टीकर और खाली बोतलें बरामद हुई थीं.

दोघट थाना क्षेत्र में पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एक कंटेनर को पकड़ा था, जिसमें करीब 10 लाख रुपये कीमत के रैपर, खाली बोतलें और ढक्कन बरामद किए गए थे, लेकिन इस कार्रवाई के बाद भी शराब का अवैध धंधा करने वाले पुलिस को चुनौती दे रहे हैं. चांदीनगर थाना क्षेत्र के ग्रामीणों की मानें तो गांव के और आस-पास के इलाके में शराब को बेचा जाता है.

बागपत: जिले के चांदीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत चमरवाल गांव में शराब का सेवन करने से शुक्रवार को एक और शख्स की हालत बिगड़ गई, जिसे आनन-फानन में पिलाना के सीएचसी ले जाया गया, जहां से पीड़ित को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल में उपचार के दौरान शख्स की हालत गंभीर देखते हुए उसे मेरठ के लिए रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गई. युवक के साथ आए रिश्तेदार ने बताया कि युवक ने शराब का सेवन किया था, तभी से युवक की हालत बिगड़ने लगी. युवक को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी.

जहरीली शराब से एक और व्यक्ति की मौत.

बीते दो दिनों में चमरवाल गांव में शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतक के परिजनों से पूछने पर उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शराब का सेवन किया था, जिसके बाद से तबीयत बिगड़ने लगी थी और आखिरकार उनकी मौत हो गई.

एक ही गांव में 6 लोगों की मौत होने के बाद जिला प्रशासन ने इस पर संज्ञान लिया. पुलिस ने गुरुवार को श्यामलाल के अंतिम संस्कार को रुकवाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मानें तो शख्स की मौत शराब पीने से नहीं हुई थी, लेकिन ग्रामीण और परिजनों की मानें तो शराब के सेवन के बाद से ही युवक की हालत बिगड़ी थी और मौत हो गई थी. इस मामले में प्रशासन कुछ भी बोलने से बच रहा है.

बीते गुरुवार को डीएम शकुन्तला गौतम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. डीएम ने गांव वालों को बताया कि श्यामलाल की मौत शराब पीने से नहीं हुई है. हालांकि जो चार मौते गांव में हुई थीं, उनका अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम के ही परिजनों ने कर दिया था.

ऐसी स्थिति में प्रशासन सवालों के घेरे में खड़ा हो गया है. आखिरकार अगर मौत शराब पीने से नहीं हुई, तो मौत की वजह क्या है? यह बड़ा प्रश्न है. शुक्रवार को फिर उसी गांव में एक युवक की मौत अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है.

नहीं रुक रहा अवैध शराब का कारोबार
गौरतलब है कि बड़ौत थाना क्षेत्र अंतर्गत रामनगर कॉलोनी में पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर एक मकान में चल रही शराब की फैक्ट्री को पकड़ा था. इसमें चार लोगों को जेल भेजा गया था. उनके पास से भारी मात्रा में नकली शराब और महंगी शराब के स्टीकर और खाली बोतलें बरामद हुई थीं.

दोघट थाना क्षेत्र में पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एक कंटेनर को पकड़ा था, जिसमें करीब 10 लाख रुपये कीमत के रैपर, खाली बोतलें और ढक्कन बरामद किए गए थे, लेकिन इस कार्रवाई के बाद भी शराब का अवैध धंधा करने वाले पुलिस को चुनौती दे रहे हैं. चांदीनगर थाना क्षेत्र के ग्रामीणों की मानें तो गांव के और आस-पास के इलाके में शराब को बेचा जाता है.

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