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युवा हुए बेरोजगार, कंपनी के खिलाफ कार्रवाई को विधायकों ने लिखा पत्र

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती की गई थी. इसमें काम कर रहे युवक-युवतियों का आरोप है कि आउटसोर्स करने वाली कंपनी ने पूरा वेतन भी नहीं दिया और अब उन्हें बिना नोटिस नौकरी से निकाल दिया गया है. इन्होंने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं, क्षेत्रीय विधायकों ने युवाओं को न्याय दिलाने के लिए शासन को पत्र लिखा है.

बदायूं
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Published : Feb 7, 2021, 12:11 PM IST

बदायूंः जिले में स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती की गई थी. इसमें काम कर रहे युवक-युवतियों का आरोप है कि आउटसोर्स करने वाली कंपनी ने पूरा वेतन भी नहीं दिया और अब उन्हें बिना नोटिस नौकरी से निकाल दिया गया है. इन्होंने आउटसोर्स करने वाली कंपनी अवनी परिधि पर शोषण का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की है. इसको लेकर जिले के 2 विधायकों को पत्र सौंपा है.

बदायूं जिले में बेरोजगार हुए युवा

ये है पूरा मामला
जिले में अवनी परिधि नाम की कंपनी ने कई युवाओं को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी पर लगाया था. दरअसल, विभाग ने आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती की थी. ये सभी युवा काफी समय तक सरकारी अस्पतालों में सेवारत रहे. ज्यादातर जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, समेत जिले के सीएचसी, पीएचसी पर कार्यरत थे. इनमें से 30 से ज्यादा कर्मचारियों को पूर्व में ही सेवाओं से हटा दिया गया. आरोप है कि जितने दिनों तक उन्होंने काम किया था, उसका वेतन भी कंपनी द्वारा इन्हें नहीं दिया गया. इसकी शिकायत इन लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के तमाम उच्चाधिकारियों से की लेकिन उनकी सुनवाई कहीं नहीं हुई. शनिवार को यह बेरोजगार युवा जनप्रतिनिधियों से मिले. अब 2 विधायकों ने शासन से पूरे मामले की पत्र के माध्यम से शिकायत की है.

कंपनी के खिलाफ कार्रवाई को विधायकों ने लिखा पत्र
कंपनी के खिलाफ कार्रवाई को विधायकों ने लिखा पत्र
बेरोजगार हुए युवाओं का ये है आरोपस्टाफ नर्स के पद पर कार्य करने वाले इम्तियाज का कहना है कि कंपनी ने जितना वेतन हमें बताया था उतना भुगतान हमें नहीं किया. फिर बगैर नोटिस दिए, हमें नौकरी से निकाल दिया गया. कंपनी ने लगभग 30 से ज्यादा कर्मचारी निकाल दिए. हमारी सरकार से मांग है कि ऐसी कंपनियों को काम न करने दिया जाए, जो बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड़ करती हैं. वही कंपनी की तरफ से वार्ड बॉय के पद पर लगाए गए धर्मेंद्र का आरोप है कि हम लोगों ने मामले की शिकायत सीएमएस और सीएमओ से भी की लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई. हमारा 11 माह का वेतन भुगतान भी नहीं हुआ. सर्विस से भी निकाल दिया गया.
कंपनी के खिलाफ कार्रवाई को विधायकों ने लिखा पत्र
कंपनी के खिलाफ कार्रवाई को विधायकों ने लिखा पत्र
विधायकों ने लिखा कार्रवाई के लिए पत्रपूरे मामले की शिकायत शेखूपुर क्षेत्र से विधायक धर्मेंद्र शाक्य और बिल्सी क्षेत्र से विधायक आरके शर्मा ने पत्र के माध्यम से शासन से की है. शेखुपुर से विधायक धर्मेंद्र शाक्य ने बताया कि अवनी परिधि कंपनी की शिकायतें काफी समय से मिल रही थीं. पता चला कि कंपनी ने स्वास्थ्य एवं प्रशिक्षण विभाग में अवैध तरीके से काम ले रखे थे. इनका पुराना रिकॉर्ड देखा गया तो कंपनी ब्लैक लिस्टेड होने के बाद भी आज तक काम कर रही है. हमारे जनपद में 60 से ज्यादा लड़कों को उनका वेतन भुगतान नहीं किया गया और उन्हें नौकरी से भी निकाल दिया गया. मैंने इस पर जांच करके कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है.

बदायूंः जिले में स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती की गई थी. इसमें काम कर रहे युवक-युवतियों का आरोप है कि आउटसोर्स करने वाली कंपनी ने पूरा वेतन भी नहीं दिया और अब उन्हें बिना नोटिस नौकरी से निकाल दिया गया है. इन्होंने आउटसोर्स करने वाली कंपनी अवनी परिधि पर शोषण का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की है. इसको लेकर जिले के 2 विधायकों को पत्र सौंपा है.

बदायूं जिले में बेरोजगार हुए युवा

ये है पूरा मामला
जिले में अवनी परिधि नाम की कंपनी ने कई युवाओं को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी पर लगाया था. दरअसल, विभाग ने आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती की थी. ये सभी युवा काफी समय तक सरकारी अस्पतालों में सेवारत रहे. ज्यादातर जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, समेत जिले के सीएचसी, पीएचसी पर कार्यरत थे. इनमें से 30 से ज्यादा कर्मचारियों को पूर्व में ही सेवाओं से हटा दिया गया. आरोप है कि जितने दिनों तक उन्होंने काम किया था, उसका वेतन भी कंपनी द्वारा इन्हें नहीं दिया गया. इसकी शिकायत इन लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के तमाम उच्चाधिकारियों से की लेकिन उनकी सुनवाई कहीं नहीं हुई. शनिवार को यह बेरोजगार युवा जनप्रतिनिधियों से मिले. अब 2 विधायकों ने शासन से पूरे मामले की पत्र के माध्यम से शिकायत की है.

कंपनी के खिलाफ कार्रवाई को विधायकों ने लिखा पत्र
कंपनी के खिलाफ कार्रवाई को विधायकों ने लिखा पत्र
बेरोजगार हुए युवाओं का ये है आरोपस्टाफ नर्स के पद पर कार्य करने वाले इम्तियाज का कहना है कि कंपनी ने जितना वेतन हमें बताया था उतना भुगतान हमें नहीं किया. फिर बगैर नोटिस दिए, हमें नौकरी से निकाल दिया गया. कंपनी ने लगभग 30 से ज्यादा कर्मचारी निकाल दिए. हमारी सरकार से मांग है कि ऐसी कंपनियों को काम न करने दिया जाए, जो बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड़ करती हैं. वही कंपनी की तरफ से वार्ड बॉय के पद पर लगाए गए धर्मेंद्र का आरोप है कि हम लोगों ने मामले की शिकायत सीएमएस और सीएमओ से भी की लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई. हमारा 11 माह का वेतन भुगतान भी नहीं हुआ. सर्विस से भी निकाल दिया गया.
कंपनी के खिलाफ कार्रवाई को विधायकों ने लिखा पत्र
कंपनी के खिलाफ कार्रवाई को विधायकों ने लिखा पत्र
विधायकों ने लिखा कार्रवाई के लिए पत्रपूरे मामले की शिकायत शेखूपुर क्षेत्र से विधायक धर्मेंद्र शाक्य और बिल्सी क्षेत्र से विधायक आरके शर्मा ने पत्र के माध्यम से शासन से की है. शेखुपुर से विधायक धर्मेंद्र शाक्य ने बताया कि अवनी परिधि कंपनी की शिकायतें काफी समय से मिल रही थीं. पता चला कि कंपनी ने स्वास्थ्य एवं प्रशिक्षण विभाग में अवैध तरीके से काम ले रखे थे. इनका पुराना रिकॉर्ड देखा गया तो कंपनी ब्लैक लिस्टेड होने के बाद भी आज तक काम कर रही है. हमारे जनपद में 60 से ज्यादा लड़कों को उनका वेतन भुगतान नहीं किया गया और उन्हें नौकरी से भी निकाल दिया गया. मैंने इस पर जांच करके कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है.
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