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बदायूं: सरकारी फरमान की अनदेखी, डॉक्टर बाहर से मंगवा रहे दवा

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के महिला अस्पताल में चिकित्सक अपनी मनमानी करते नजर आते हैं. इलाज के लिए गरीब पीड़ितों से चिकित्सक बाहर की दवा मंगवाते हैं. जून माह में हुई बच्चों की मौत के बाद भी चिकित्सक लगातार लापरवाही कर रहे हैं.

महिला अस्पताल में बाहर की दवा से होता है इलाज.
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Published : Jul 6, 2019, 2:32 PM IST

बदायूं: जिले का महिला अस्पताल सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. जून के माह में आठ बच्चों की मौत के बाद भी डॉक्टरों का रवैया बिल्कुल ढीला है. एसएनसीयू में बच्चों को सही इलाज नहीं मिल पाता है. एसएनसीयू वार्ड में तैनात डॉक्टर पीड़ितों से बाहर की दवा मंगवा रहे हैं.

महिला अस्पताल में बाहर की दवा से होता है इलाज.

बाहर की दवा से हो रहा इलाज

  • केंद्र और यूपी सरकार गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए कई तरह की योजना चला रही है.
  • वहीं जिले के महिला अस्पताल के चिकित्सक सारी योजना में पलीता लगाने में जुटे हैं.
  • जून माह में आठ बच्चों की मौत के बाद भी चिकित्सकों का रैवया नहीं बदल पाया है.
  • चिकित्सक अस्पताल में लापरवाही से इलाज के साथ ही बच्चों के परिजनों से बाहर की दवा मंगवा रहे हैं.
  • अपने बच्चों को स्वस्थ करने के लिए गरीब परिजन बाहर से दवा लाकर इलाज करा रहे हैं.

मेरा बच्चा सात दिन से यहां भर्ती है. कोई डॉक्टर उसका सही ढंग से इलाज नहीं कर रहे हैं. बाहर की दवा लिख देते हैं और हमें मजबूरी में लानी पड़ती है.
-इमराना, पीड़ित महिला
बच्चा काफी दिनों से बीमार है. उसको वीगो लगना था. अस्पताल में वह न होने के चलते बाहर से लाने के लिए कहा गया था.
-रेखा रानी, सीएमएस, महिला अस्पताल

बदायूं: जिले का महिला अस्पताल सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. जून के माह में आठ बच्चों की मौत के बाद भी डॉक्टरों का रवैया बिल्कुल ढीला है. एसएनसीयू में बच्चों को सही इलाज नहीं मिल पाता है. एसएनसीयू वार्ड में तैनात डॉक्टर पीड़ितों से बाहर की दवा मंगवा रहे हैं.

महिला अस्पताल में बाहर की दवा से होता है इलाज.

बाहर की दवा से हो रहा इलाज

  • केंद्र और यूपी सरकार गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए कई तरह की योजना चला रही है.
  • वहीं जिले के महिला अस्पताल के चिकित्सक सारी योजना में पलीता लगाने में जुटे हैं.
  • जून माह में आठ बच्चों की मौत के बाद भी चिकित्सकों का रैवया नहीं बदल पाया है.
  • चिकित्सक अस्पताल में लापरवाही से इलाज के साथ ही बच्चों के परिजनों से बाहर की दवा मंगवा रहे हैं.
  • अपने बच्चों को स्वस्थ करने के लिए गरीब परिजन बाहर से दवा लाकर इलाज करा रहे हैं.

मेरा बच्चा सात दिन से यहां भर्ती है. कोई डॉक्टर उसका सही ढंग से इलाज नहीं कर रहे हैं. बाहर की दवा लिख देते हैं और हमें मजबूरी में लानी पड़ती है.
-इमराना, पीड़ित महिला
बच्चा काफी दिनों से बीमार है. उसको वीगो लगना था. अस्पताल में वह न होने के चलते बाहर से लाने के लिए कहा गया था.
-रेखा रानी, सीएमएस, महिला अस्पताल

Intro:बदायूँ का महिला जिला अस्पताल सुधरने का नाम नहीं ले रहा है ...जून के महीने में 8 बच्चों की मौत भी डॉक्टरों का रवैया बिल्कुल ढीला है ....एसएनसीयू में आज भी बच्चों को सही इलाज़ नहीं मिल पा रहा है ...ऊपर से एसएनसीयू वार्ड में तैनात डॉक्टर परिजनों से बाहर से दवा मंगवा रहे है ...देखिये ये रिपोर्ट...




Body:केंद्र और यूपी सरकार गरीबों को फ्री में इलाज के लिए कई तरह की योजना चला रहे है ...ताकि उन्हें अच्छा और फ्री में इलाज़ मिल सके ...लेकिन बदायूँ के महिला अस्पताल के डॉक्टर सारी योजना में पलीता लगाने में जुटे है ...जून के महीने में 8 बच्चों की मौत के बाद भी डॉक्टरों की नींद नही खुल रही है ...वो आज भी लापरवाही से इलाज़ कर रहे है साथ ही बच्चों के परिजनों से बाहर की दवा और वीगो मंगवा रहे है ...अपने बच्चों को स्वस्थ होने के लिए गरीब परिजन बाहर से दवा लाकर अपने बच्चों का इलाज़ करा रहे है ...पीड़ित इमराना का कहना था कि उसका बच्चा 7 दिन यहाँ एडमिट है ना ही डॉक्टर सही ढंग से उसका इलाज कर रहे है और ऊपर बाहर की दवा लिख लिख देते है जो उन्हें मजबूरी में लानी पड़ती है ...


Conclusion:वही इस मामले पर महिला जिला अस्पताल की सीएमएस रेखा रानी का कहना था कि उस बच्चे को जो वीगो लगना था वो नही था जिसकी वजह से उसे बाहर से लाने के लिए कहा गया था ...
(बाइट- रेखा रानी, सीएमएस महिला अस्पताल)
(बाइट- इमराना , पीड़ित महिला)
(क्रांतिवीर सिंह, 7011197408)
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