बदायूं: जिले का महिला अस्पताल सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. जून के माह में आठ बच्चों की मौत के बाद भी डॉक्टरों का रवैया बिल्कुल ढीला है. एसएनसीयू में बच्चों को सही इलाज नहीं मिल पाता है. एसएनसीयू वार्ड में तैनात डॉक्टर पीड़ितों से बाहर की दवा मंगवा रहे हैं.
बाहर की दवा से हो रहा इलाज
- केंद्र और यूपी सरकार गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए कई तरह की योजना चला रही है.
- वहीं जिले के महिला अस्पताल के चिकित्सक सारी योजना में पलीता लगाने में जुटे हैं.
- जून माह में आठ बच्चों की मौत के बाद भी चिकित्सकों का रैवया नहीं बदल पाया है.
- चिकित्सक अस्पताल में लापरवाही से इलाज के साथ ही बच्चों के परिजनों से बाहर की दवा मंगवा रहे हैं.
- अपने बच्चों को स्वस्थ करने के लिए गरीब परिजन बाहर से दवा लाकर इलाज करा रहे हैं.
मेरा बच्चा सात दिन से यहां भर्ती है. कोई डॉक्टर उसका सही ढंग से इलाज नहीं कर रहे हैं. बाहर की दवा लिख देते हैं और हमें मजबूरी में लानी पड़ती है.
-इमराना, पीड़ित महिला
बच्चा काफी दिनों से बीमार है. उसको वीगो लगना था. अस्पताल में वह न होने के चलते बाहर से लाने के लिए कहा गया था.
-रेखा रानी, सीएमएस, महिला अस्पताल