बदायूं: अयोध्या जमीन विवाद पर फैसला आने में कुछ ही दिन शेष बचे हैं. हर तरफ निर्णय को लेकर बातों का बाजार गर्म है. पुलिस भी अलर्ट पर है. फैसला चाहे जो भी आए, लेकिन कुछ जगह ऐसी भी हैं, जहां सांप्रदायिक सौहार्द की हवा आज भी बह रही है.
जिले में शहर के बीच मीरा जी चौकी एरिया है, यहां पर मिली-जुली आबादी है. यहीं के मुख्य चौराहे पर हनुमान मंदिर और मस्जिद एकदम बराबर-बराबर बने हुए हैं. दूरी है तो बस एक दीवार की, जहां एक ओर मस्जिद में मुस्लिम संप्रदाय के लोग नमाज पढ़ने आते हैं तो वहीं दूसरी तरफ मंदिर में हिंदू संप्रदाय के लोग भी भगवान की पूजा अर्चना करने आते हैं.
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दोनों ही समुदायों में से किसी को भी कभी कोई आपत्ति नहीं हुई. यहां एक ही समय में मस्जिद में अजान और मंदिर में घंटियों की आवाज को कभी भी सुना जा सकता है. मंदिर के पास ही रहने वाले अशोक राणा का कहना है कि यह स्थान हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है. यहां एक ही समय में मस्जिद में अजान और मंदिर में पूजा अर्चना होती है. हम लोगों को कभी भी इससे कोई एतराज नहीं हुआ.
सारे लोग सांप्रदायिक सौहार्द से यहां पर रहते हैं. हम लोग हमेशा एक दूसरे के सुख-दुख में साथ रहते हैं. हम लोग भविष्य में भी गंगा-जमुना तहजीब की मिसाल पेश करते रहेंगे.
-अशोक राणा, स्थानीय निवासी
वहीं दूसरी तरफ मस्जिद के इमाम का कहना है कि यह कई साल पुरानी मस्जिद है. यहां एक तरफ जहां अजान होती है. वहीं बराबर में मंदिर में पूजा भी होती है. इससे कभी किसी को कोई एतराज नहीं हुआ.
अयोध्या विवाद का चाहे जो परिणाम आए, हम लोग ऐसे ही आपसी सौहाद्र की मिसाल हमेशा कायम करते रहेंगे.
-मोहम्मद फैसल कादरी, मस्जिद के इमाम