बदायूं: जाको राखे साईयां मार सके न कोय... ऐसा ही मामला जिले फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के बसौमी गांव में सामने आया है. लोक लाज के डर से किसी ने एक नवजात को कुएं में फेंका दिया. नवजात शिशु की कुएं से आवाज आने पर ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला. इसके बाद ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आसफपुर में भर्ती कराया. फिलहाल, नवजात अब स्वस्थ है.
दरसल पूरा मामला जनपद के फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के बसौमी गांव का है. जहां गांव के पास एक गहरा कुआं है. जिसमें से शुक्रवार को नवजात शिशु की रोने की आवाज आ रही थी. तभी गांव वालों ने कुंए में झांक कर देखा तो उसमें फेंका हुआ एक नवजात दिखाई दिया. इसके बाद आनन-फानन में नवजात शिशु को बाहर निकालकर बाद ग्रामीणों ने एंबुलेंस बुलाकर उसे आसफपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां बच्चा स्वस्थ है और डॉक्टरों की देखरेख में भर्ती है. ग्रामीणों को अंदेशा है कि लोकलाज के डर से किसी ने शिशु को कुएं में फेंक दिया होगा.
आसफपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर ईशान चौधरी ने बताया कि 'हमारे स्वास्थ्य केंद्र पर 108 एंबुलेंस की मदद से एक नवजात को लाया गया था. जिसका परीक्षण किया गया, जिसमें नवजात को स्वस्थ मिला. अभी जो भी उसकी यथासंभव जरूरत है वह पूरी की गई है. उसको अच्छे से नहलाकर नये कपड़े भी पहना दिए गए हैं. बच्चे के लिए दूध की भी व्यवस्था कर दी है. यह बच्चा बसौमी गांव से लाया गया था. बच्चे के साथ गांव के लोग भी आए थे.'
Newborn found in Badaun: जाको राखे साईयां मार सके ना कोय...कुएं में फेंके गए नवजात को ग्रामीणों ने बचाया - threw newborn into well
बदायूं में एक नवजात शिशु गांव के कुएं में फेंका हुआ मिला. ग्रामीणों ने बच्चे को सीएचसी में भर्ती कराया है. जहां उपचार के बाद बच्चा स्वस्थ्य है.
बदायूं: जाको राखे साईयां मार सके न कोय... ऐसा ही मामला जिले फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के बसौमी गांव में सामने आया है. लोक लाज के डर से किसी ने एक नवजात को कुएं में फेंका दिया. नवजात शिशु की कुएं से आवाज आने पर ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला. इसके बाद ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आसफपुर में भर्ती कराया. फिलहाल, नवजात अब स्वस्थ है.
दरसल पूरा मामला जनपद के फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के बसौमी गांव का है. जहां गांव के पास एक गहरा कुआं है. जिसमें से शुक्रवार को नवजात शिशु की रोने की आवाज आ रही थी. तभी गांव वालों ने कुंए में झांक कर देखा तो उसमें फेंका हुआ एक नवजात दिखाई दिया. इसके बाद आनन-फानन में नवजात शिशु को बाहर निकालकर बाद ग्रामीणों ने एंबुलेंस बुलाकर उसे आसफपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां बच्चा स्वस्थ है और डॉक्टरों की देखरेख में भर्ती है. ग्रामीणों को अंदेशा है कि लोकलाज के डर से किसी ने शिशु को कुएं में फेंक दिया होगा.
आसफपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर ईशान चौधरी ने बताया कि 'हमारे स्वास्थ्य केंद्र पर 108 एंबुलेंस की मदद से एक नवजात को लाया गया था. जिसका परीक्षण किया गया, जिसमें नवजात को स्वस्थ मिला. अभी जो भी उसकी यथासंभव जरूरत है वह पूरी की गई है. उसको अच्छे से नहलाकर नये कपड़े भी पहना दिए गए हैं. बच्चे के लिए दूध की भी व्यवस्था कर दी है. यह बच्चा बसौमी गांव से लाया गया था. बच्चे के साथ गांव के लोग भी आए थे.'