बदायूं: लॉकडाउन के दौरान सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि जरूरतमंदों तक राशन पहुंच जाए, लेकिन सरकार की लाख कोशिशों के बाबजूद भी राशन डीलर मजदूरों को राशन देने के लिए तैयार नहीं हैं. सरकार लाख कोशिश कर ले, लेकिन कुछ निचले स्तर के अधिकारी अपनी घटिया हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं.
दरअसल, पूरा मामला बदायूं जिले की दातागंज तहसील के ब्लॉक म्याऊ के ग्राम पंचायत नौगमा नसीर नगर का है, जहां पर मनरेगा मजदूरों ने रोजगार सेवक ग्राम प्रधान और कोटेदार पर राशन हड़पने, रिश्वत मांगने और काम न देने का भी का आरोप लगाया है. मनरेगा श्रमिकों का आरोप है कि कोटेदार इनको राशन नहीं दे रहा है. मजदूरों ने एकजुट होकर भ्रष्टाचार रोकने और रोजगार सेवक ग्राम प्रधान व कोटेदार पर कार्रवाई करने की मांग की है.
मनरेगा मजदूरों ने रोजगार सेवक ग्राम प्रधान भुवनेश द्वारा सरकारी राशन से लेकर मनरेगा मजदूरी के काम में हो रही मनमानी के चलते 300 रुपये भी लेने का आरोप लगाया है. मजदूरों ने बताया कि किसी कार्ड धारक को बिना पैसे दिए काम और राशन नहीं मिलता है. मजदूरों का कहना है कि वह लोग लॉकडाउन के बाद जिलाधिकारी से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे.