बदायूं: जिले में उसावां थाना क्षेत्र (Usawan police station area) के गूरा बरैला में रविवार को चार नीलगायों समेत कई वन्य जीवों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी. चर्चा है कि इनकी मौत बिजली का करंट लगने से हुई है. सूचना पर पहुंचे वन विभाग की टीम ने पहले तो मामले को दबाने की कोशिश की. लेकिन उसके पहले ही इस हादसे का फोटो लोगों ने सोशल साइट्स पर वायरल कर दिए थे.
इसके बाद जिम्मेदार अधिकारी सक्रिय हुए और मृत जानवरों के शवों के पीएम की कार्रवाई पूरी की. थाना क्षेत्र के गांव गूरा बरैला के पास वन विभाग की सैकड़ों बीघा जमीन है. सुबह कुछ ग्रामीणों ने चार नीलगायों के शव जंगल में पड़े देखे. ग्रामीणों ने थोड़ा आगे बढ़कर देखा तो धान के खेत के पास एक जंगली सुअर और सांड को भी मृत पाया. चर्चा है कि धान की फसल की रखवाली के लिए किसान ने आरी वाले तार में करंट लगा रखा था, जो बेजुबानों की मौत का कारण बन गया.
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मामले को छिपाने का हुआ भरसक प्रयास
आरोप है कि वन रक्षकों ने घटनाक्रम को दबाने का जो रवैया अक्सर देखने को मिलता है. वह यहां भी दिखा. लोगों ने जैसे ही घटनाक्रम की जानकारी वन रक्षकों को दी तो उन्होंने खेत मालिक से मिलकर मृत पशुओं के शवों को ठिकाने लगाने का मन बना लिया. यही नहीं नीलगायों को अन्यत्र जंगल में फिकवा दिया. प्राथमिक तौर पर मृत पशुओं के इकट्ठे पड़े शव भी इस बात का साक्ष्य दे रहे हैं, कि कोई तो दोषी है जो शवों को ठिकाने लगाने की फिराक में था.
हालांकि लोगों ने उसकी मंशा को परवान नहीं चढ़ने दिया. फलस्वरूप फोटो सोशल साइट्स पर वायरल कर दिए और उच्चाधिकारियों से भी शिकायत की. इसके बाद मजबूरन शवों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करनी पड़ी.
इस मामले में रेंजर दातागंज कृष्ण कुमार (Ranger Dataganj Krishna Kumar) का कहना है कि मौत की सही वजह जानने के लिए सभी छह शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. इसके अलावा ग्रामीणों से भी बात कर पूछताछ करके साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि जो भी दोषी संज्ञान में आएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने वन कर्मियों पर लगे सारे आरोपों को खारिज कर दिया.
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