बदायूं: जनपद की तहसील बिसौली में दुष्यंत कुमार चकबंदी लेखपाल के पद पर तैनात है. उसकी पोस्टिंग गांव मिठामई में है. मिठामई गांव निवासी रविंद्र श्रीवास्तव से लेखपाल दुष्यंत कुमार ने चक को इधर-उधर करने के बाद कब्जा कराने के एवज में रुपये देने की मांग की थी. रविंद्र श्रीवास्तव ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम से की. एंटी करप्शन ब्यूरो ने योजना बनाकर घूस लेते लेखपाल को रंगे हाथों दबोच लिया.
जानें पूरा मामला-
- मामला बिसौली तहसील का है.
- एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने चकबंदी लेखपाल को घूस लेते पकड़ा.
- दुष्यंत कुमार चकबंदी कार्यालय बिसौली में चकबंदी लेखपाल के पद पर तैनात हैं.
- रविंद्र श्रीवास्तव से दुष्यंत कुमार ने चक को इधर-उधर करने के बाद कब्जा कराने के एवज में घूस की डिमांड की थी.
- रविंद्र श्रीवास्तव ने लेखपाल को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात न बनने पर उसने शिकायत कर दी.
- सोमवार दोपहर रविंद्र श्रीवास्तव ने लेखपाल से गांव स्वरूपपुर के समीप नकदी देने की हामी भर दी.
- इसकी सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को भी पीड़ित की ओर से कर दी गई.
- पीड़ित ने लेखपाल को वही नोट दिए जिन पर एंटी करप्शन की टीम ने कलर लगाया गया था.
घूस लेने के बाद तत्काल ही टीम के प्रभारी सुरेंद्र सिंह, इंस्पेक्टर नरेश चंद्र शर्मा, सब इंस्पेक्टर सुरेश मिश्रा और पूरी टीम ने लेखपाल को रंगे हाथों दबोच लिया. टीम ने लेखपाल की जेब से घूस की नकदी भी बरामद कर ली. टीम की ओर से घूसखोर लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया है. इस कार्रवाई के बाद घूसखोर लेखपालों मे हड़कंप मचा हुआ है.
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