बदायूं: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए जिले में दूसरे चरण यानी 14 फरवरी को मतदान होना है. जिसके लिए नामांकन प्रक्रिया 21 जनवरी से शुरू हो जाएगी. जिले में विधानसभा की 6 सीटें हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते जिले की 5 सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी. वहीं, मात्र एक सहसवान विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी. सहसवान पर समाजवादी पार्टी की जीत बीजेपी के लिए टीस की तरह थी जिसके चलते विगत 8 नवंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां पर एक बहुत बड़ी जनसभा की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि इस बार सहसवान समेत जिले की सभी सीटों पर बीजेपी अपना परचम लहराएगी.
भारतीय जनता पार्टी ने जिले की 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. वहीं, बीएसपी ने भी 5 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. अगर कांग्रेस पार्टी की बात करें तो उन्होंने भी जिले की 2 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. केवल समाजवादी पार्टी ही एक ऐसा दल है जिसने अधिकृत रूप से अभी तक जिले में एक भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. हालांकि समाजवादी पार्टी और महान दल के गठबंधन के तहत जिले की बिल्सी विधानसभा सीट से महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य के पुत्र चंद्र प्रकाश मौर्य ने बिल्सी सीट पर अपना प्रचार करना शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि यह सीट सपा और महान दल के गठबंधन का हिस्सा है. बीजेपी ने एक बार पुनः जिले की 4 विधानसभा सीटों पर वर्तमान विधायकों को अपना उम्मीदवार बनाया है और अन्य 2 सीटों पर अपने कार्यकर्ताओं को टिकट दिया है.
बीजेपी उम्मीदवार
1. महेश चंद्र गुप्ता, बदायूं सदर (विधायक/नगर विकास राज्य मंत्री)
2. राजीव कुमार सिंह, दातागंज (विधायक)
3. धर्मेंद्र शाक्य, शेखुपुर (विधायक)
4. कुशाग्र सागर, बिसौली (विधायक)
5.हरीश शाक्य, बिल्सी (पूर्व जिलाध्यक्ष)
6. डी के भारतद्वाज, सहसवान
BSP उम्मीदवार
1. राजेश कुमार सिंह (बदायूं सदर)
2. रचित गुप्ता (दातागंज)
3. जयपाल सिंह (बिसौली)
4. ममता शाक्य (बिल्सी)
5. मुसर्रत अली बिट्टन (सहसवान)
6. (शेखुपुर) इस सीट पर अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.
कांग्रेस उम्मीदवार
1. रजनी सिंह (बदायूं सदर)
2. प्रज्ञा यशोदा (बिसौली)
अन्य 4 सीट पर अभी कोई भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है.
सपा उम्मीदवार
1.चंद्र प्रकाश मौर्य (महान दल) ये सपा गठबंधन के उम्मीदवार हैं और महान दल अध्यक्ष केशव देव मौर्य के बेटे हैं.
अगर बात बीजेपी की करें तो 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में इस बार जिले में समीकरण बदले से नजर आ रहे हैं. जिसका कारण वर्तमान विधायकों से जनता की नाराजगी है. हालांकि पार्टियों ने जिन्हें प्रत्याशी घोषित कर दिया है वह डोर टू डोर जाकर जनता का हाल लेने लगे हैं और एक बार पुनः जिताने पर तस्वीर बदलने की दुहाई भी दे रहे हैं. बिल्सी सीट से विधायक आर के शर्मा पार्टी छोड़कर सपा में शामिल हो चुके हैं उनकी जगह बीजेपी ने पूर्व जिला अध्यक्ष हरीश शाक्य को मैदान में उतारा है बात अगर सहसवान विधानसभा की की जाए जिसे जिताने के लिए मुख्यमंत्री योगी यहां का दौरा कर चुके हैं वहां पर भी बीजेपी ने डीके भारद्वाज को मैदान में उतारा है जिन्हें अभी से ही लोग बीजेपी का सबसे कमजोर प्रत्याशी मान रहे है.
बात अगर बसपा की की जाए तो पार्टी ने 5 विधानसभा क्षेत्रों से अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं. शेखुपुर विधानसभा सीट पर पार्टी उम्मीदवार के लिए मंथन कर रही है जल्द ही वहां भी उम्मीदवार की घोषणा हो जाएगी.
कांग्रेस पार्टी ने जिले में 2 सीटों पर महिला उम्मीदवारों को टिकट देकर महिलाओं को अपनी पार्टी से जोड़ने का काम शुरू कर दिया है. शेष सीटों पर भी जल्द ही उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी.
बात अगर समाजवादी पार्टी की की जाए तो सपा ने बिल्सी सीट से गठबंधन के उम्मीदवार चंद्र प्रकाश मौर्य को टिकट दिया है. यह महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य के बेटे हैं बाकी अन्य सीटों पर पार्टी ने अधिकृत रूप से कोई भी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है जिसको लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है.
जिले की ज्यादातर सीटों पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी का आमने-सामने का मुकाबला नजर आ रहा है. एकमात्र सहसवान विधानसभा सीट ही ऐसी है जहां बीजेपी प्रत्याशी को फिलहाल कमजोर आंका जा रहा है, लेकिन क्षेत्र से राष्ट्रीय परिवर्तन दल के अध्यक्ष डी पी यादव ने ताल ठोक दी है और वह जल्द ही चुनाव लड़ने को लेकर निर्णय ले सकते हैं जिसके बाद सहसवान विधानसभा सीट पर इस बार का मुकाबला रोचक होने की संभावना है.
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