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औंधे मुंह गिरे आलू के भाव, कोल्ड स्टोर हाउसफुल

आलू का भाव गिरने से बदायूं के किसान परेशान हैं. मंडियों में आलू की कीमत 600 रुपये क्विंटल हो गई है. बाजार में आलू की कीमतें काफी नीचे चले जाने से किसानों को बड़ा नुकसान सहना पड़ रहा है.

बदायूं में आलू के भाव गिरे.
बदायूं में आलू के भाव गिरे.
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Published : Mar 8, 2021, 2:22 PM IST

बदायूं: जिले में किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इस वर्ष आलू की बंपर पैदावार हुई है. जिसकी वजह से मंडियों में आलू की कीमत 600 रुपये क्विंटल हो गई है. वहीं कोल्ड स्टोरों के आगे हाउसफुल के बोर्ड अभी से नजर आने लगे हैं. जो कोल्ड स्टोर खाली भी हैं, उनके आगे आलू से लदे ट्रैक्टर ट्रॉली की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं. ऐसे में किसान को कोल्ड स्टोर में आलू रखने के लिए चार से पांच दिन का समय लग रहा है.

बदायूं में आलू के भाव गिरे.
इस बार हुई है आलू की अच्छी पैदावारजिले में इस वर्ष आलू की अच्छी पैदावार हुई है. पिछले वर्ष आलू की कीमत अच्छी मिल रही थी. यही कारण रहा कि किसानों ने इस बार आलू की ज्यादा बुआई की. किसानों का कहना है कि सरकार ने 735 रुपये क्विंटल आलू का रेट दिए जाने की बात कही थी, लेकिन इसके लिए सेंटर नहीं खोले गए. मंडियों में आलू 600 रुपये क्विंटल बिक रही है. कोल्ड स्टोर में 150 रुपये के हिसाब से भंडारण शुल्क लग रहा है. कई कोल्ड स्टोर हाउसफुल का बोर्ड लगा चुके हैं. किसान नेताओं का आरोप है कि इस बार आलू का बीज काफी महंगा मिला था. सरकार से एमएसपी की मांग की गई थी, लेकिन घोषणा के बावजूद कहीं सेंटर नहीं खोले गए. बाजार में आलू की कीमतें काफी नीचे चली गईं हैं, जिससे किसानों को नुकसान सहना पड़ रहा है.

इसे भी पढे़ं-आलू के दाम गिरने से किसान परेशान, लागत निकलना भी मुश्किल

किसान परेशान
किसानों का कहना है कि हमें पता चला था कि आलू 735 रुपये बिकेगा, लेकिन बाजार में आलू 600 से 650 रुपये तक खरीदा जा रहा है. फसल इस बार बढ़िया हुई है, लेकिन सही दाम न मिलने से घाटे के आसार हैं.

इसे भी पढ़ें-मोदी सरकार किसानों के सामने टेकेगी घुटने : टिकैत

किसान एमएसपी की मांग कर रहा है
किसान यूनियन के नेता राजेश सक्सेना का कहना है कि जिले के उद्यान विभाग और प्रशासन की नीति साफ नहीं है. किसान एमएसपी रेट की लड़ाई लड़ रहा है.

बदायूं: जिले में किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इस वर्ष आलू की बंपर पैदावार हुई है. जिसकी वजह से मंडियों में आलू की कीमत 600 रुपये क्विंटल हो गई है. वहीं कोल्ड स्टोरों के आगे हाउसफुल के बोर्ड अभी से नजर आने लगे हैं. जो कोल्ड स्टोर खाली भी हैं, उनके आगे आलू से लदे ट्रैक्टर ट्रॉली की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं. ऐसे में किसान को कोल्ड स्टोर में आलू रखने के लिए चार से पांच दिन का समय लग रहा है.

बदायूं में आलू के भाव गिरे.
इस बार हुई है आलू की अच्छी पैदावारजिले में इस वर्ष आलू की अच्छी पैदावार हुई है. पिछले वर्ष आलू की कीमत अच्छी मिल रही थी. यही कारण रहा कि किसानों ने इस बार आलू की ज्यादा बुआई की. किसानों का कहना है कि सरकार ने 735 रुपये क्विंटल आलू का रेट दिए जाने की बात कही थी, लेकिन इसके लिए सेंटर नहीं खोले गए. मंडियों में आलू 600 रुपये क्विंटल बिक रही है. कोल्ड स्टोर में 150 रुपये के हिसाब से भंडारण शुल्क लग रहा है. कई कोल्ड स्टोर हाउसफुल का बोर्ड लगा चुके हैं. किसान नेताओं का आरोप है कि इस बार आलू का बीज काफी महंगा मिला था. सरकार से एमएसपी की मांग की गई थी, लेकिन घोषणा के बावजूद कहीं सेंटर नहीं खोले गए. बाजार में आलू की कीमतें काफी नीचे चली गईं हैं, जिससे किसानों को नुकसान सहना पड़ रहा है.

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किसान परेशान
किसानों का कहना है कि हमें पता चला था कि आलू 735 रुपये बिकेगा, लेकिन बाजार में आलू 600 से 650 रुपये तक खरीदा जा रहा है. फसल इस बार बढ़िया हुई है, लेकिन सही दाम न मिलने से घाटे के आसार हैं.

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किसान एमएसपी की मांग कर रहा है
किसान यूनियन के नेता राजेश सक्सेना का कहना है कि जिले के उद्यान विभाग और प्रशासन की नीति साफ नहीं है. किसान एमएसपी रेट की लड़ाई लड़ रहा है.

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