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बदायूंः डोर-टू-डोर कचरा उठाने वाले कर्मियों को 4 महीने से नहीं मिली सैलरी

उत्तर प्रदेश के बदायूं में घर-घर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों को चार महीने से सैलरी नहीं मिली है, जिसकी वजह से अब सफाई कर्मचारी सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे है. वहीं सफाई में भी असर पड़ेगा.

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डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन.
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Published : Dec 27, 2019, 5:58 PM IST

बदायूंः जिले में डोर-टू-डोर यानी घर-घर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों को 4 महीने से सैलरी नहीं मिली है. सफाई कर्मचारियों ने नगर पालिका के चैयरमैन और सिटी मजिस्ट्रेट से शिकायत की. इसके बाद भी मामले को लेकर कोई सुनवाई नहीं की गई, जिसके चलते सफाई कर्मचारी सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे है. इससे सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है.

डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन.

कर्मचारियों को नहीं मिली सैलरी

  • बदायूं में घर-घर उठाने वाले कर्मचारी सैलरी के लिए सरकारी दफ्तरों के लिए चक्कर काट रहे है.
  • कर्मचारियों का कहना है कि वह लोग संग्रह जनकल्याण समिति के तहत नौकरी कर रहे थे.
  • कर्मचारियों ने कहा कि संविदा में नौकरी लगवाने के नाम पर ठेकेदार ने 60-70 हजार रुपये लिए है.
  • ठेकेदार कर्मचारियों को चार महीने से सैलरी नहीं दे रहा है.
  • कर्मचारियों ने इसकी शिकायत नगर पालिका की चेयरमैन और सिटी मजिस्ट्रेट से की.
  • शिकायत के बावजूद भी कर्मचारियों को सैलरी नहीं प्राप्त हुई है.

इसे भी पढ़ें- गोरखपुरः एक शिक्षक ऐसा भी जिसने खुद की सैलरी से बदली विद्यालय की सूरत

घर-घर से कूड़ा उठाता था, लेकिन अब सैलरी नहीं मिल पा रही है. हर महीने नगर पालिका सभी कर्मचारी से घर-घर से प्राप्त रुपयों को भी ले लेती थी, लेकिन फिर भी सैलरी नहीं दे रहे हैं.
सचिन, कर्मचारी

कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिल पाई है. ठेकेदार से बात हो गई है. कुछ को सैलरी मिल भी गई है.
-दीपमाला गोयल, चेयरमैन, नगरपालिका

बदायूंः जिले में डोर-टू-डोर यानी घर-घर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों को 4 महीने से सैलरी नहीं मिली है. सफाई कर्मचारियों ने नगर पालिका के चैयरमैन और सिटी मजिस्ट्रेट से शिकायत की. इसके बाद भी मामले को लेकर कोई सुनवाई नहीं की गई, जिसके चलते सफाई कर्मचारी सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे है. इससे सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है.

डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन.

कर्मचारियों को नहीं मिली सैलरी

  • बदायूं में घर-घर उठाने वाले कर्मचारी सैलरी के लिए सरकारी दफ्तरों के लिए चक्कर काट रहे है.
  • कर्मचारियों का कहना है कि वह लोग संग्रह जनकल्याण समिति के तहत नौकरी कर रहे थे.
  • कर्मचारियों ने कहा कि संविदा में नौकरी लगवाने के नाम पर ठेकेदार ने 60-70 हजार रुपये लिए है.
  • ठेकेदार कर्मचारियों को चार महीने से सैलरी नहीं दे रहा है.
  • कर्मचारियों ने इसकी शिकायत नगर पालिका की चेयरमैन और सिटी मजिस्ट्रेट से की.
  • शिकायत के बावजूद भी कर्मचारियों को सैलरी नहीं प्राप्त हुई है.

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घर-घर से कूड़ा उठाता था, लेकिन अब सैलरी नहीं मिल पा रही है. हर महीने नगर पालिका सभी कर्मचारी से घर-घर से प्राप्त रुपयों को भी ले लेती थी, लेकिन फिर भी सैलरी नहीं दे रहे हैं.
सचिन, कर्मचारी

कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिल पाई है. ठेकेदार से बात हो गई है. कुछ को सैलरी मिल भी गई है.
-दीपमाला गोयल, चेयरमैन, नगरपालिका

Intro:बदायूँ में डोर टू डोर यानी घर- घर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों की 4 महीने से सैलरी नहीं मिली है ...जिसको लेकर उन्होंने नगर पालिका की चैयरमैन से भी शिकायत की लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है ...देखिये ये रिपोर्ट...


Body:बदायूँ में घर- घर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारी अपनी सैलरी के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे है लेकिन उन्हें कहीं से भी मदद नहीं मिल रही है ...कर्मचारियों का कहना है वो लोग संग्रह जनकल्याण समति के तहत नौकरी कर रहे थे ...उनका कहना है कि ठेकेदार ने उनसे संविदा पर नौकरी लगवाने के नाम पर 50 से ज्यादा पैसा भी लिया था लेकिन अब नौकरी तो दूर, उन्हें करीब 4 महीने से सैलरी नहीं दे रहे है ...इसकी शिकायत उन्होंने नगर पालिका की चेयरमैन और सिटी मजिस्ट्रेट से की ...लेकिन उन्हें अभी तक उनकी सैलरी नहीं मिल पाई है ...ऐसे में उनके सामने घर चलाने की दिक्कत आ गई है ...वही सचिन कर्मचारी का कहना था कि वो घर- घर जाकर कूड़ा उठाने जाता था लेकिन अब उसे सैलरी नहीं मिल पा रही है ..जबकि हर महीने नगर पालिका 50 रुपये हर से लेती है लेकिन उनकी सैलरी नहीं दे रही है


Conclusion:वही नगर पालिका की चेयरमैन दीपमाला गोयल का कहना है कि मानती है कि सैलरी नहीं मिल पाई है लेकिन इनके ठेकेदार से बात हो गई है ...इन लोगों को सैलरी मिल भी गयी है और ये लोग काम पर भी जा रहे है ...
(बाइट-सचिन, पीड़ित, डोर टू डोर )
(बाइट- नरेंद्र , पीड़ित, डोर टू डोर )
(बाइट- दीपमाला गोयल, चेयरमैन नगरपालिका बदायूँ)
(क्रांन्तिवीर सिंह, 7011197408)
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