बदायूं: जिले में शुक्रवार की सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से उझानी कोतवाली का परिसर दहल उठा. गोलियों की आवाज थमी, तो पता चला कि थाने में तैनात एसएसआई राम अवतार को उसी थाने में तैनात सिपाही ललित द्वारा गोली मार दी गई. एसएसआई को गोली मारने के बाद सिपाही ने खुद को भी गोली मार ली. आनन-फानन में दोनों को बदायूं जिला अस्पताल लाया गया, जिसके बाद हालत गंभीर देखते हुए घायलों को बरेली हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. इस घटना के दौरान थाना परिसर में 9 से 10 राउंड फायर की आवाज सुनाई पड़ी.
मुख्य बिंदु
- घटना बदायूं के उझानी कोतवाली की है.
- मनमाफिक छुट्टी न मिलने पर सिपाही और दारोगा के बीच कहासुनी.
- सिपाही ललित ने एसएसआई राम अवतार को मारी गोली.
- एसएसआई राम अवतार की हालत गंभीर
दरअसल, उझानी कोतवाली में तैनात सिपाही ललित को मनमाफिक छुट्टी न मिलने के कारण उसकी थाने में तैनात एसएसआई राम अवतार से कहासुनी हो गई, जिसके बाद ललित ने दारोगा राम अवतार को गोली मार दी. दारोगा को गोली मारने के बाद सिपाही ने खुद को भी गोली मार ली. आनन-फानन में दोनों को बदायूं जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां हालत गंभीर होने पर दोनों को बरेली हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. बताया जा रहा है कि सिपाही लंबी छुट्टी पर जाना चाहता था, लेकिन दारोगा ने उसे 3 दिन की ही छुट्टी दी थी, जिसको लेकर दोनों में कहासुनी हुई और विवाद बढ़ गया.
दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलने के बाद डीआईजी राजेश पांडे उझानी थाना पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया. उसके बाद थाने में तैनात स्टाफ से सिपाही और दारोगा के बारे में जानकारी हासिल की. डीआईजी ने सभी लोगों से इस प्रकरण के सिलसिले में पुलिसकर्मियों से अलग-अलग बातचीत की.
"मोहर्रम को लेकर छुट्टियों पर रोक लगाई गई थी. सिपाही को छुट्टियों की ज्यादा आवश्यकता थी. इसी मामले को लेकर उसकी एसएसआई से कुछ कहासुनी हो गई, जिसके बाद उसने बाहर निकलकर पहले हवा में फायरिंग की. उसके बाद एसएसआई को गोली मारी और फिर बाद में खुद को भी गोली मार ली. इस दौरान लगभग 9 राउंड फायर हुए".
-राजेश पांडेय, डीआईजी, बरेली रेंज