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बदायूं गैंगरेपः पीड़ित परिवार को जल्द मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ

बदायूं गैंगरेप पीड़िता के परिवार को जल्द ही सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जिलाधिकारी ने यह जानकारी दी. डीएम का कहना है कि पीड़ित परिवार को रानी लक्ष्मीबाई योजना और कन्या सुमंगला योजना का लाभ दिलाए जाएंगे.

budaun gang rape
बदायूं गैंगरेप.
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Published : Jan 8, 2021, 6:24 PM IST

बदायूंः गैंगरेप और हत्या मामले में पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. इसको लेकर डीएम कुमार प्रशांत ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई योजना के अंतर्गत सहायता दी जाएगी. डीएम ने कहा कि मृतका आंगनबाड़ी में सहायिका के पद पर थी इसलिए उनके बीमा की राशि एवं राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के अंतर्गत इनको लाभ दिलवाया जाएगा. साथ ही बच्चों को कन्या सुमंगला योजना का लाभ दिलवाया जाएगा.

जानकारी देते डीएम.

समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने की थी यह मांग

जिले के उघेती थाना क्षेत्र में गैंगरेप और हत्या की वारदात के बाद अब मुआवजे की मांग उठने लगी है. गुरुवार को समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने आया था, जिसमें पूर्व सांसद धर्मेद्र यादव ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये के मुआवजे और परिजन को नौकरी दिए जाने की मांग की थी.

जिलाधिकारी ने कहा मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ

डीएम कुमार प्रशांत ने बताया कि उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उन्हें आश्वासन दिया गया कि उन्हें किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर जल्द सुलझाने का प्रयास किया जाएगा. परिवार को सरकारी वकील भी उपलब्ध करवाया जाएगा. इसके अलावा पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलवाया जाएगा.

जानें क्या है रानी लक्ष्मीबाई योजना

यूपी में किसी भी तरह की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को मदद देने के लिए राज्य सरकार ने लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष शुरू किया है. महिला सम्मान कोष के माध्यम से हिंसा से पीड़ित महिलाओं के इलाज, पुनर्वास के लिए 3 से 10 लाख रुपये तक की मदद दी जाती है. इसकी शुरूआत साल 2015 में हुई है.

इस उद्देश्य के लिए मिलता है

  • महिला सम्मान कोष का लाभ जघन्य हिंसा की शिकार महिलाओं, कन्याओं को तात्कालिक आर्थिक मदद के लिए दिया जाता है.
  • हिंसा की शिकार महिलाओं के इलाज के लिए.
  • हिंसा से पीड़ित महिलाओं के अवयस्क बच्चों के भरण-पोषण एवं शिक्षा के लिए.
  • दयनीय आर्थिक हालात की वजह से कन्याओं के इलाज,पढ़ाई में मदद के लिए.

ऐसा मिलेगी महिला सम्मान कोष से मदद

महिला सम्मान कोष से मदद पाने की प्रक्रिया ऑनलाइन है. इसमें जिस महिला को मदद दी जानी है, उस इलाके के नोडल पुलिस ऑफिसर पीड़ित की जानकारी वेबसाईट पर अपलोड करते हैं. इसके बाद इलाके के नोडल मेडिकल ऑफिसर पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड कर उसे जिला समिति के पास फॉरवर्ड कर देते हैं.

कन्या सुमंगला योजना.
कन्या सुमंगला योजना.

क्या है कन्या सुमंगला योजना

उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के रूप में नई पहल की शुरूआत की है. राज्य सरकार ने बालिकाओं एवं महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ विकास हेतु नए अवसर प्रदान करने के लिए यह योजना प्रारम्भ की गई है. इसके तहत कन्या भ्रूण हत्या एवं बाल-विवाह जैसी कुरीतियों के रोकथाम के प्रयासों को बल मिलता है. वहीं दूसरी ओर बालिकाओं को उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसरों की ओर बढ़ने का अवसर दिया जाता है. इस योजना का लाभ 6 श्रेणियों में दिया जाता है.

कन्या सुमंगला योजना.
कन्या सुमंगला योजना.

इस योजना के तहत बेटी के जन्‍म के समय 2 हजार रुपये, एक साल का टीकाकरण पूरा करने के बाद 1 हजार रुपये, पहली कक्षा में दाखिले के समय 2 हजार रुपये, छठी कक्षा में आने पर 2 हजार रुपये और नौवीं कक्षा में दाखिले के समय 3 हजार रुपये दिए जाते हैं. साथ ही 10वीं और 12वीं कक्षा का एग्जाम पास करके या दो साल के किसी डिप्‍लोमा कोर्स में दाखिला लेने पर 5 हजार रुपये की मदद दी जाती है.

बदायूंः गैंगरेप और हत्या मामले में पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. इसको लेकर डीएम कुमार प्रशांत ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई योजना के अंतर्गत सहायता दी जाएगी. डीएम ने कहा कि मृतका आंगनबाड़ी में सहायिका के पद पर थी इसलिए उनके बीमा की राशि एवं राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के अंतर्गत इनको लाभ दिलवाया जाएगा. साथ ही बच्चों को कन्या सुमंगला योजना का लाभ दिलवाया जाएगा.

जानकारी देते डीएम.

समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने की थी यह मांग

जिले के उघेती थाना क्षेत्र में गैंगरेप और हत्या की वारदात के बाद अब मुआवजे की मांग उठने लगी है. गुरुवार को समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने आया था, जिसमें पूर्व सांसद धर्मेद्र यादव ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये के मुआवजे और परिजन को नौकरी दिए जाने की मांग की थी.

जिलाधिकारी ने कहा मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ

डीएम कुमार प्रशांत ने बताया कि उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उन्हें आश्वासन दिया गया कि उन्हें किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर जल्द सुलझाने का प्रयास किया जाएगा. परिवार को सरकारी वकील भी उपलब्ध करवाया जाएगा. इसके अलावा पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलवाया जाएगा.

जानें क्या है रानी लक्ष्मीबाई योजना

यूपी में किसी भी तरह की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को मदद देने के लिए राज्य सरकार ने लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष शुरू किया है. महिला सम्मान कोष के माध्यम से हिंसा से पीड़ित महिलाओं के इलाज, पुनर्वास के लिए 3 से 10 लाख रुपये तक की मदद दी जाती है. इसकी शुरूआत साल 2015 में हुई है.

इस उद्देश्य के लिए मिलता है

  • महिला सम्मान कोष का लाभ जघन्य हिंसा की शिकार महिलाओं, कन्याओं को तात्कालिक आर्थिक मदद के लिए दिया जाता है.
  • हिंसा की शिकार महिलाओं के इलाज के लिए.
  • हिंसा से पीड़ित महिलाओं के अवयस्क बच्चों के भरण-पोषण एवं शिक्षा के लिए.
  • दयनीय आर्थिक हालात की वजह से कन्याओं के इलाज,पढ़ाई में मदद के लिए.

ऐसा मिलेगी महिला सम्मान कोष से मदद

महिला सम्मान कोष से मदद पाने की प्रक्रिया ऑनलाइन है. इसमें जिस महिला को मदद दी जानी है, उस इलाके के नोडल पुलिस ऑफिसर पीड़ित की जानकारी वेबसाईट पर अपलोड करते हैं. इसके बाद इलाके के नोडल मेडिकल ऑफिसर पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड कर उसे जिला समिति के पास फॉरवर्ड कर देते हैं.

कन्या सुमंगला योजना.
कन्या सुमंगला योजना.

क्या है कन्या सुमंगला योजना

उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के रूप में नई पहल की शुरूआत की है. राज्य सरकार ने बालिकाओं एवं महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ विकास हेतु नए अवसर प्रदान करने के लिए यह योजना प्रारम्भ की गई है. इसके तहत कन्या भ्रूण हत्या एवं बाल-विवाह जैसी कुरीतियों के रोकथाम के प्रयासों को बल मिलता है. वहीं दूसरी ओर बालिकाओं को उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसरों की ओर बढ़ने का अवसर दिया जाता है. इस योजना का लाभ 6 श्रेणियों में दिया जाता है.

कन्या सुमंगला योजना.
कन्या सुमंगला योजना.

इस योजना के तहत बेटी के जन्‍म के समय 2 हजार रुपये, एक साल का टीकाकरण पूरा करने के बाद 1 हजार रुपये, पहली कक्षा में दाखिले के समय 2 हजार रुपये, छठी कक्षा में आने पर 2 हजार रुपये और नौवीं कक्षा में दाखिले के समय 3 हजार रुपये दिए जाते हैं. साथ ही 10वीं और 12वीं कक्षा का एग्जाम पास करके या दो साल के किसी डिप्‍लोमा कोर्स में दाखिला लेने पर 5 हजार रुपये की मदद दी जाती है.

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