बदायूं: उत्तर प्रदेशीय बेसिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा और बीएसए स्वाती भारती का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, बीएसए स्वाती भारती के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान विद्यालय में अनुपस्थित पाये जाने पर उत्तर प्रदेशीय बेसिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीव शर्मा निलंबित कर दिया गया था. वहीं, 4 सिंतबर को शिक्षकों के धरना प्रदर्शन के दौरान जब बीएसए को ज्ञापन लेने मंच पर बुलाया गया. पहले से ही मंच पर मौजूद प्रदेश अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ दिनेश चन्द्र शर्मा ने उन्हें मंच से ही खरी खोटी सुनानी शुरू कर दी.
दरअसल, पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा 4 तारीख को बीएसए कार्यालय पर हुए धरना प्रदर्शन में शामिल हुए थे. इस दौरान बीएसए को मंच पर ज्ञापन लेने के लिए बुलाया गया और माइक पर उनके साथ अभद्रता की गई, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में प्रदेश अध्यक्ष ने माइक पर कहा कि 'जिलाध्यक्ष को गाजर-मूली समझती हो जो सस्पेंड कर दिया? आपको हमारे अनुसार चलना पड़ेगा, आपकी कार्यप्रणाली अच्छी नहीं है. आप महिला होने का लाभ ले रही हैं. संगठन पर हर मर्ज की दवा है. हम डीजी साहब से कहलवाएंगे. यहां से हट जाएंगी तो किसी डायट में पढ़ाने भेज दी जाएंगी'. वहीं, वीडियो में दिख रहा है इसके बाद बीएसए मंच से उतरकर जाने लगीं तो शिक्षकों ने तालियां बजाई.
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अपमानित होने के बाद बीएसए स्वाति भारती ने शिक्षा संघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा की तैनातीस्थल वाले नवादा संविलियन विद्यालय का निरीक्षण किया. अध्यक्ष संजीव शर्मा के शहर से सटे गांव आरिफपुर नवादा स्थित संविलियन विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात थे. साल 2022 में उनके खिलाफ एक महिला शिक्षक ने छेड़छाड़ समेत एससीएससी एक्ट के तहत FIR दर्ज कराई थी. पुलिस ने उनके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की थी. वहीं बीएसए ने पिछले दिनों इन्हीं आरोपों के चलते उन्हें सस्पेंड किया था, क्योंकि मामला शासनस्तर तक पहुंचा था. हालांकि संजीव किसी तरह अपनी एप्रोच के चलते यहां-वहां हाथपांव मारकर बहाली पा गए और अपनी पुरानी पोस्टिंग पर तैनात हो गए.
मंगलवार को बीएसए ने संविलियन विद्यालय नवादा का निरीक्षण किया. इसके मुताबिक संजीव शर्मा वहां गैरहाजिर मिले. महिला शिक्षक अवकाश पर थीं. तीन दिन से वहां एमडीएम नहीं बांटा गया था. स्कूल में बच्चों की संख्या भी बेहद कम थी. इसके अलावा बीएसए ने अपने आदेश में यह भी जिक्र किया है कि शिक्षकों द्वारा उनके कार्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन बिना किसी अनुमति के किया गया था. इन्हीं आरोपों में संजीव शर्मा सस्पेंड कर दिए गए. उन्हें उसावां बीआरसी केंद्र से अटैच किया गया है. इधर, निलंबित प्रधानाचार्य संजीव शर्मा का कहना है कि धरना प्रदर्शन की सूचना डीएम-एसएसपी समेत बीएसए को दी गई थी. सूचना नहीं देते तो वे ज्ञापन लेने क्यों आतीं? निलंबन नियम विरुद्ध है.