बदायूं: उसहैत थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सथरा में सोमवार शाम हुए ट्रिपल मर्डर की वारदात के बाद अपर पुलिस महानिदेशक बरेली जोन और पुलिस महानिरीक्षक बरेली रेंज ने देर रात घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की. वहीं, मृतक सपा नेता राकेश गुप्ता के भाई द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. शेष अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए गांव भेज दिया है. भाई ने हत्याकांड का सच बताया.
एसएसपी डॉक्टर ओपी सिंह ने बताया कि राकेश गुप्ता, उनकी पत्नी और उनकी मां के शव घर के अलग-अलग कमरों में मिले थे. इन सभी की गोली मारकर हत्या की गई थी. मृतक के भाई राजेश गुप्ता ने उसहैत थाने में हत्या का अभियोग पंजीकृत करवाया है. इसमें बताया गया है कि उनकी पूर्व की रंजिश गांव के ही रविंद्र दीक्षित से चल रही थी. घटना में रविन्द्र दीक्षित, सार्थक दीक्षित, अर्चित दीक्षित और विक्रम उर्फ विक्की समेत दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करवाया गया है.
मुख्य नामित अभियुक्त रविंद्र दीक्षित और उनके बेटे सार्थक दीक्षित को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 3 शस्त्र भी बरामद किए गए हैं. अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें गठित कर दी गई हैं. विवेचना प्रचलित है. साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं. सभी आरोपियों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए गांव भेज दिया है. गांव में शवों को देखने के लिए ग्रामीण इकट्ठा हो गए. समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक आशीष यादव समेत जिले के कई समाजवादी नेता भी मौके पर पहुंचे. मृतक राकेश गुप्ता के भाई राजेश गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि कल शाम लगभग 5:15 बजे का समय था. अचानक 5-6 फायरों की आवाज आई. वे जब तक भागकर यहां आए तो वह लोग दूसरे दरवाजे से असलाह लहराते हुए भाग गए.
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उन्होंने बताया कि रविंद्र दीक्षित से उनकी पुरानी रंजिश चली आ रही है. इन लोगों ने उनके पिता की भी हत्या की थी. वह दबंग किस्म के लोग हैं. उनके खिलाफ इलाके में कोई भी आवाज नहीं उठाता. कई लोगों को प्रताड़ित कर चुके हैं. उनसे हमारी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता भी है. वह ब्लॉक प्रमुख बनना चाहते थे. लेकिन, हस्तक्षेप की वजह से नहीं बन पाए.