बदायूं: जिले के लौड़ा बहेड़ी गांव की एक महिला डॉक्टर ने भाजपा नेता एवं अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री के बेटे और पत्नी पर अपनी बेटी को अगवा और धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया है. महिला ने इसे लेकर सिविल लाइन थाने में तहरीर दी है.
इस मामले पर जब वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य मनोज मसीह से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया. लेकिन, उन्होंने ऑफ द कैमरा यह बताया कि लड़की अपने परिजनों से परेशान थी. वह रात के समय भागती हुई मेरे घर पर आ गई. जिसे मैंने तत्काल पुलिस बुलाकर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने उस मामले में क्या कार्रवाई की यह मुझे ज्ञात नहीं है. मुझपर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह राजनीतिक विद्वेष के तहत लगाए जा रहे हैं. जबकि, मैंने तो तुरंत लड़की को पुलिस के हवाले कर दिया था.
जिले के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र के लौड़ा बहेड़ी गांव की रहने वाली एक महिला डॉक्टर ने मंगलवार को थाना सिविल लाइंस पुलिस को तहरीर दी है कि भाजपा नेता एवं पूर्व अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मनोज मसीह और उनका बेटा ऋषभ मसीह और उसकी पत्नी अनीता मसीह हथियारों से लैस होकर मंगलवार की रात उसके घर आए और उसकी बेटी को अपने साथ लेकर चले गए.
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उन्होंने बताया कि उनकी बेटी सोने के जेवर और 50 हजार रुपये नकद भी ले गई. साथ ही आरोपियों ने उसके साथ मारपीट भी की और तमंचा दिखाते हुए उसपर फायर भी किया. इससे वह बाल-बाल बच गई. आरोपी उसकी बेटी को साथ ले गए और धमकी देते हुए कोठी पर आने की बात कही.
महिला डॉक्टर ने बताया कि वह लोग उसकी बेटी का धर्मांतरण कराकर उसे इसाई बनाना चाहते हैं. आरोपी उसकी बेटी की शादी अपने लड़के से कराना चाहते हैं. महिला डॉक्टर ने बताया कि मनोज मसीह ने फोटो और ऑडियो बनाकर अपने पास रख लिए हैं. उन्हें वायरल कर बेटी को समाज में बदनाम करने का काम किया जा रहा है.
इस पूरे मामले की शिकायत महिला डॉक्टर ने थाना पुलिस से की है. महिला डॉक्टर ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल, महिला डॉक्टर की बेटी 4 दिन से वन स्टॉप सेंटर पर है. वहीं, पुलिस इस मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कह रही है.
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