आजमगढ़: जनपद के चौधरी गेस्ट हाउस में एक अनोखा दीपों का मेला लगा हुआ है. इस दीप मेले की सबसे खास बात यह है कि स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा लगाए गए इस मेले में गरीबों को एक नि:शुल्क प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है, जिससे वे वहां अपने उत्पाद बेचकर मुनाफा कमा सकें.
कुम्हार हुए खुश
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए स्वयंसेवी अनीता द्विवेदी का कहना है कि हम लोगों का उद्देश्य है कि जितने भी गांव में गरीब कुम्हार हैं वे लोग अपने प्रोडक्ट को बेच सकें. दीयों की सही कीमत गांव में नहीं मिल पाती है, जो कीमत शहर में मिल जाती है. इसी कारण इन गरीबों को एक नि:शुल्क प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है, जहां वह अपने द्वारा बनाए गए उत्पादों को बेचकर मुनाफा कमा सकें.
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नि:शुल्क स्टॉल लगाकर लोगों की कर रहीं सेवा
अनीता द्विवेदी का कहना है कि विगत 3 वर्षों से गरीबों के लिए नि:शुल्क स्टॉल लगाया जाता है और गरीबों की सेवा करना हम लोगों को अच्छा लगता है. गरीबों का त्यौहार भी हम ही लोगों से है या लोग खुद अपना सामान बनाते हैं और खुद ही स्टॉल लगाकर बेजते हैं. सभी स्वयंसेवी संस्थाओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सभी स्वयंसेवी संस्थाओं को गरीबों की सेवा करना चाहिए और उन्हें प्लेटफार्म उपलब्ध कराना चाहिए.
जानिए महिला कुम्हार ने क्या कहा
कुम्हार ज्ञानमती प्रजापति का कहना है कि निश्चित रूप से जिस तरह से नि:शुल्क प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है, हम लोगों को फायदा हो रहा है. ज्ञानवती का कहना है कि गांव में हमारे सामानों की बिक्री नहीं हो पाती थी और हम लोगों को वह मुनाफा भी नहीं मिल पाता था, लेकिन अब जब शहर में हमारे स्टॉक लग चुके हैं. निश्चित रूप से 2000 रुपये से ज्यादा का मुनाफा एक दिन में हम लोग कमा रहे हैं.