आजमगढ़ः उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग में किस कदर गड़बड़ियां हैं, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि आजमगढ़ जनपद में एक पैन नंबर पर दो शिक्षकों को वेतन कई वर्षों से दिया जा रहा था. एसआईटी जांच में इस बात का जब खुलासा हुआ तो प्रदेश में ऐसे 92 शिक्षक पाए गए जिसमें से 28 शिक्षक सिर्फ आजमगढ़ जनपद के हैं.
जिले में 28 शिक्षक आए सामने
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आजमगढ़ जनपद के प्रभारी बीएसए अमरनाथ राय ने बताया कि शिक्षा महानिदेशक से एक सूची आई थी. उस सूची में पूरे प्रदेश में 92 ऐसे शिक्षक हैं जिनके एक पैन नंबर पर दो-दो लोगों के खाते में वेतन जा रहा था. इसमें आजमगढ़ जनपद में 28 ऐसे शिक्षक पाए गए हैं.
पैन कार्ड की हो रही जांच
महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने प्रदेश के सभी बीएसए को पत्र भेजकर ऐसे शिक्षकों को चिन्हित करने का निर्देश दिया था. जिले में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है, जो जनपद के ऐसे सभी शिक्षकों के दस्तावेज़ों और पैन कार्ड की जांच कर रही है. सभी शिक्षकों का डेटा संग्रहित कराया जा रहा है और इस तरह के शिक्षकों को चिन्हित किया जा रहा है.
प्रभारी बीएसए का कहना है कि जनपद में ऐसे शिक्षकों के अभिलेखों की जांच की जा रही है. अभी तक जनपद में 28 शिक्षक मिले हैं. मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
जिले में एक ही पैन नंबर पर दो दोस्त शिक्षक वेतन ले रहे हैं. निश्चित रूप से यह शिक्षा विभाग की कमी को दर्शाता है. जिस तरह से शिक्षकों ने विभाग को खुली चुनौती दी है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में फर्जी शिक्षकों की संख्या बढ़ सकती है.