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आजमगढ़: प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के नाम पर धोखा, 2 गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से अंगूठे के क्लोन, प्रिंटर और अन्य उपकरण बरामद हुए हैं.

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अंगूठे का क्लोन तैयार खाते से निकाल लेते थे रुपये.
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Published : Sep 20, 2020, 3:01 PM IST

आजमगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के नाम पर बड़े फ्रॉड का खुलासा हुआ है. अपराधी लोगों को योजना का लाभ दिलाने के नाम पर उनका आधार नंबर हासिल करते थे और अंगूठे का क्लोन तैयार कर बैंक खाते से रुपये निकाल लिया करते थे. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये अपराधी अब तक बड़ी संख्या में लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब दो साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. पुलिस ने इनके पास से अंगूठे का क्लोन, प्रिंटर और अन्य उपकरण बरामद किए हैं, जिससे वे क्लोन तैयार किया करते थे.


जिले के सिधारी थाना क्षेत्र के विहरोजपुर गांव निवासी सुजीत यादव के खाते से हाल ही में रुपये गायब हुए थे. 16 सिंतबर को उन्होंने इस संबंध में रिपोर्ट पंजीकृत कराई थी. इसके अलावा कई अन्य लोगों के खाते से भी रुपये गायब होने का मामला सामने आया था. पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि सभी के खाते से आधार के माध्यम से रुपये निकाले गए हैं. इसके बाद पुलिस अधीक्षक अपराध सुधीर जायसवाल ने ममाले के खुलासे के लिए सिधारी पुलिस के अलावा साइबर सेल को भी लगाया. विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि अपराधी बायोमैट्रिक क्लोनिंग के जरिये अपराध कर रहे हैं.

इसी बीच शनिवार को पुलिस ने दो साइबर अपराधियों राकेश कुमार पुत्र बसन्तु निवासी ग्राम खुरसो थाना फूलपुर और आदित्य कुमार जिज्ञासु पुत्र जगदीश चंद निवासी हरबंशपुर थाना सिधारी को हरबंशपुर तिराहे से गिरफ्तार किया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लोग प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के नाम पर गांव में जाते हैं और उसका लाभ दिलाने के नाम पर लोगों से आधार कार्ड एवं अन्य डिटेल लेकर एक अंगूठे की छाप ले लेते हैं. फिर उसी अंगूठे के निशान को बटर पेपर पर स्कैन कर लेते हैं.

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे बटर पेपर को रबर पर रखकर थंब इम्प्रेशन मशीने के माध्यम से इम्प्रेश करते हैं, जिससे उस अंगूठे का निशान रबर या पॉलीमर पर आ जाता है और उस व्यक्ति के अंगूठे का क्लोन फिंगरप्रिंट तैयार हो जाता है. इसके बाद बैंकिंग आईडी (इको पे) से क्लोन फिंगरप्रिंट के माध्यम से आधार कार्ड से लिंक बैंक खातों से रुपये निकाल लेते हैं. अब तक इन लोगों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के फॉर्म भरवाने के नाम पर लोगों के अंगूठे की क्लोनिंग कर उनके खाते से पैसा निकाल जाता था. इस घटना में शामिल दो अभियुक्तों को पकड़ा गया है और आगे भी कार्रवाई की जा रही है.

आजमगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के नाम पर बड़े फ्रॉड का खुलासा हुआ है. अपराधी लोगों को योजना का लाभ दिलाने के नाम पर उनका आधार नंबर हासिल करते थे और अंगूठे का क्लोन तैयार कर बैंक खाते से रुपये निकाल लिया करते थे. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये अपराधी अब तक बड़ी संख्या में लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब दो साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. पुलिस ने इनके पास से अंगूठे का क्लोन, प्रिंटर और अन्य उपकरण बरामद किए हैं, जिससे वे क्लोन तैयार किया करते थे.


जिले के सिधारी थाना क्षेत्र के विहरोजपुर गांव निवासी सुजीत यादव के खाते से हाल ही में रुपये गायब हुए थे. 16 सिंतबर को उन्होंने इस संबंध में रिपोर्ट पंजीकृत कराई थी. इसके अलावा कई अन्य लोगों के खाते से भी रुपये गायब होने का मामला सामने आया था. पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि सभी के खाते से आधार के माध्यम से रुपये निकाले गए हैं. इसके बाद पुलिस अधीक्षक अपराध सुधीर जायसवाल ने ममाले के खुलासे के लिए सिधारी पुलिस के अलावा साइबर सेल को भी लगाया. विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि अपराधी बायोमैट्रिक क्लोनिंग के जरिये अपराध कर रहे हैं.

इसी बीच शनिवार को पुलिस ने दो साइबर अपराधियों राकेश कुमार पुत्र बसन्तु निवासी ग्राम खुरसो थाना फूलपुर और आदित्य कुमार जिज्ञासु पुत्र जगदीश चंद निवासी हरबंशपुर थाना सिधारी को हरबंशपुर तिराहे से गिरफ्तार किया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लोग प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के नाम पर गांव में जाते हैं और उसका लाभ दिलाने के नाम पर लोगों से आधार कार्ड एवं अन्य डिटेल लेकर एक अंगूठे की छाप ले लेते हैं. फिर उसी अंगूठे के निशान को बटर पेपर पर स्कैन कर लेते हैं.

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे बटर पेपर को रबर पर रखकर थंब इम्प्रेशन मशीने के माध्यम से इम्प्रेश करते हैं, जिससे उस अंगूठे का निशान रबर या पॉलीमर पर आ जाता है और उस व्यक्ति के अंगूठे का क्लोन फिंगरप्रिंट तैयार हो जाता है. इसके बाद बैंकिंग आईडी (इको पे) से क्लोन फिंगरप्रिंट के माध्यम से आधार कार्ड से लिंक बैंक खातों से रुपये निकाल लेते हैं. अब तक इन लोगों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के फॉर्म भरवाने के नाम पर लोगों के अंगूठे की क्लोनिंग कर उनके खाते से पैसा निकाल जाता था. इस घटना में शामिल दो अभियुक्तों को पकड़ा गया है और आगे भी कार्रवाई की जा रही है.

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