कानपुर: जिस तरह कुछ दिन पहले कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने शहर के दागी पत्रकारों के खिलाफ अभियान चलाया था. ठीक वैसे ही अब कमिश्नरेट पुलिस की ओर से अधिवक्ताओं के खिलाफ अभियान शुरू हो गया है.
खास तौर से उन अधिवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने कानपुर में अलग-अलग क्षेत्रों में जमीनें कब्जा कर रखी हैं. शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक निजी होटल का ग्राउंड फ्लोर कब्जा करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने जहां एडवोकेट व कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व महामंत्री कुशाग्र पांडे को सोमवार देर रात गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. इस मामले में मंगलवार को शहर के कई अधिवक्ता एकजुट हुए और सीपी अखिल कुमार से मिलने पहुंचे. वरिष्ठ अधिवक्ताओं का कहना था पुलिस की ओर से किसी भी अधिवक्ता को गिरफ्तार तब किया जाए,जब पुलिस के पास अधिवक्ता के खिलाफ मजबूत साक्ष्य हों.
कानपुर में अधिवक्ताओं ने जताया आक्रोश. (Video Credit; ETV Bharat) बार एसोसिएशन के महामंत्री बोल दिया ज्ञापन: संगठन के महामंत्री अमित सिंह ने बताया अधिवक्ताओं ने एक निजी होटल के ग्राउंड फ्लोर को कब्जा करने के मामले में पुलिस की ओर से की गई अधिवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पुलिस आयुक्त अखिल कुमार से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा. अधिवक्ताओं का कहना था कि पुलिस जल्दबाजी में किसी भी अधिवक्ता को गिरफ्तार न करें. दरअसल निजी होटल का ग्राउंड फ्लोर कब्जने के मामले में कई अधिवक्ताओं के नाम भी सामने आए हैं. जिनमें मुख्य रूप से धर्मेंद्र सिंह, समीर सिंह, दीपक पांडे समेत कई अन्य नाम भी शामिल हैं.
गैंग बनाकर कब्जा कर रहे अधिवक्ता: शहर में कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों को यह जानकारी मिली है कई अधिवक्ता अलग-अलग क्षेत्र में गैंग बनाकर जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं. अब कमिश्नरेट पुलिस की ओर से सभी थाना प्रभारियों को यह सूचना दी गई है कि वह अपने-अपने थाना क्षेत्रों में इस मामले की पड़ताल करें. ठोस साक्ष्य मिलने पर पहले अधिवक्ता को नोटिस दें और उसके बाद अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है तो फौरन आला अफसरों को बतायें.
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