आजमगढ़: जनपद में तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ शनिवार से हो रहा है. इस तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल में दलित अस्मिता, आदिवासी अस्मिता और सामाजिक न्याय से संबंधित फिल्में दिखाई जाएंगी. तीन दिवसीय इस फिल्म फेस्टिवल में बिहार के शहरों पर बनी फिल्म भोर, चंद्रप्रकाश द्विवेदी की फिल्म जेड प्लस, रोड टू संगम, भूलन द मेज, तर्पण, धूम कुड़िया प्रमुख फिल्में हैं.
फिल्म फेस्टिवल में पहुंच रहे कई दिग्गज
कार्यक्रम की संयोजक वरिष्ठ रंगकर्मी ममता पंडित ने बताया कि तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल में गैंगस् आफ वासेपुर फेम पियूष मिश्रा, पवन मल्होत्रा और डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी आ रहे हैं. ममता पंडित का कहना है कि इस दिन दूसरी दलित आदिवासी अस्मिता और सामाजिक न्याय से संबंधित ऐसी फिल्में भी दिखाई जाएंगी जो न तो आप लोगों ने किसी सिनेमा हाल या थिएटर में देखी होंगी.
फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन करेंगे पीयूष मिश्रा
वहीं कार्यक्रम की संयोजक का कहना है कि आजमगढ़ जनपद का नाम राजनीति और आतंक के रूप में काफी बदनाम रहा है और निश्चित रूप से हम लोग कला व संस्कृति के माध्यम से आजमगढ़ जनपद को नई पहचान दिलाने का काम करेंगे. अंतरराष्ट्रीय फिल्म समीक्षक अजीत राय ने बताया कि इस फिल्म फेस्टिवल में जो फिल्में दिखाई जाएंगी वह दलित अस्मिता,आदिवासी अस्मिता के साथ सामाजिक न्याय से जुड़ी फिल्में होंगी और इस फिल्म का उद्घाटन पीयूष मिश्रा करेंगे.
वरिष्ठ रंगकर्मी ममता पंडित और उनके पति अभिषेक पंडित रंगकर्म के माध्यम से कला और संस्कृति को एक नई पहचान दे रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय फिल्म समीक्षक अजीत राय का कहना है कि पिछले फिल्म फेस्टिवल में 70 फीसदी लोगों तक हम अपनी बात पहुंचा पाए थे. इस बार 90 फीसदी लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य हैं.