आज़मगढ़: जिले में बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी कलामुद्दीन खान की सोमवार को बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना में नामजद आरोपियों की गिरफ्तरी के लिए पुलिस की चार टीमों को लगाया गया था, जिसने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं तीन फरार हैं.
पुरानी रंजिश में हुई है हत्या
बसपा नेता कलामुद्दीन खान 30 साल तक गांव के प्रधान थे. वही मौजूदा ग्राम प्रधान पक्ष से उनकी पुरानी रंजिश 1984 से चली आ रही है, जिसके कारण पूर्व में भी जानलेवा हमला हो चुका था. इसलिए कलामुद्दीन अपने परिवार के साथ लखनऊ में रहते थे. सोमवार को जब वह अपने गांव जा रहे थे इसी दौरान चार बदमाशों ने ताबतोड़ गोली मारकर उन्हें घायल कर दिया, जहां वाराणसी में इलाज के दौरान मौत हो गई.
हत्या में नामजद 3 गिरफ्तार
घटना के बाद मौके पर एसपी सहित भारी पुलिस बल पहुंच गया और जांच में जुट गया. वही पंचायत चुनाव से पूर्व राजनीतिक हत्या से पुलिस महकमे में हलचल बढ़ गई है. एसपी सुधीर सिंह ने पुलिस की चार टीमों को प्रधान सहित नामजद छह आरोपियों की गिरफ्तरी के लिए लगाया गया, जिसमें तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
दो बार बसपा से लड़ चुके हैं विधानसभा का चुनाव
कलामुद्दीन खान निजामाबाद विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर दो बार चुनाव लड़ चुके थे और अपने गांव से 30 साल तक प्रधान थे.
हत्या सहित गैंगेस्टर का मुकदमा था दर्ज
पुलिस के अनुसार मृत कलामुद्दीन का आपराधिक इतिहास रह था, उसपर हत्या के दो मुकदमे दर्ज थे. वही वह गैंगेस्टर एक्ट में भी नामजद था.
आजमगढ़: BSP नेता की हत्या में शामिल तीन आरोपी गिरफ्तार - बसपा नेता कलामुद्दीन खान की हत्या
यूपी के आजमगढ़ जिले में बहुजन समाज पार्टी(BSP) के नेता कलामुद्दीन खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. कलामुद्दीन खान निजामाबाद विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर दो बार चुनाव लड़ चुके थे और अपने गांव से 30 साल तक प्रधान थे.
आज़मगढ़: जिले में बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी कलामुद्दीन खान की सोमवार को बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना में नामजद आरोपियों की गिरफ्तरी के लिए पुलिस की चार टीमों को लगाया गया था, जिसने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं तीन फरार हैं.
पुरानी रंजिश में हुई है हत्या
बसपा नेता कलामुद्दीन खान 30 साल तक गांव के प्रधान थे. वही मौजूदा ग्राम प्रधान पक्ष से उनकी पुरानी रंजिश 1984 से चली आ रही है, जिसके कारण पूर्व में भी जानलेवा हमला हो चुका था. इसलिए कलामुद्दीन अपने परिवार के साथ लखनऊ में रहते थे. सोमवार को जब वह अपने गांव जा रहे थे इसी दौरान चार बदमाशों ने ताबतोड़ गोली मारकर उन्हें घायल कर दिया, जहां वाराणसी में इलाज के दौरान मौत हो गई.
हत्या में नामजद 3 गिरफ्तार
घटना के बाद मौके पर एसपी सहित भारी पुलिस बल पहुंच गया और जांच में जुट गया. वही पंचायत चुनाव से पूर्व राजनीतिक हत्या से पुलिस महकमे में हलचल बढ़ गई है. एसपी सुधीर सिंह ने पुलिस की चार टीमों को प्रधान सहित नामजद छह आरोपियों की गिरफ्तरी के लिए लगाया गया, जिसमें तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
दो बार बसपा से लड़ चुके हैं विधानसभा का चुनाव
कलामुद्दीन खान निजामाबाद विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर दो बार चुनाव लड़ चुके थे और अपने गांव से 30 साल तक प्रधान थे.
हत्या सहित गैंगेस्टर का मुकदमा था दर्ज
पुलिस के अनुसार मृत कलामुद्दीन का आपराधिक इतिहास रह था, उसपर हत्या के दो मुकदमे दर्ज थे. वही वह गैंगेस्टर एक्ट में भी नामजद था.