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आजमगढ़: देश विरोधी नारे लगने की अफवाह में की थी FIR दर्ज, दारोगा लाइन हाजिर - पाकिस्तान जिंदाबाद, हिंदुस्तान मुर्दाबाद का नारा लगाने वाला मामला गलत

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में पाकिस्तान जिंदाबाद और हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए जाने की खबर झूठी निकली. वहीं इस पर मुकदमा दर्ज करने वाले निजामाबाद के उपनिरीक्षक को लाइन हाजिर किया गया.

गलत मुकदमा दर्ज करने वाले दारोगा को लाइन हाजिर किया गया.
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Published : Nov 4, 2019, 10:35 PM IST

Updated : Nov 4, 2019, 11:18 PM IST

आजमगढ़ः पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस जांच में पता चला की माला फर्जी है और ऐसा कोई नारा ही नहीं लगा था. वहीं इस मामले में गलत मुकदमा दर्ज करने पर दारोगा को लाइन हाजिर किया गया.

जानकारी देते एसएसपी.

निजामाबाद के शिवली गांव में कर्बला जुलुस में पाकिस्तान जिंदाबाद, हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए जाने की खबर आई थी. वहीं कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात उप निरीक्षक कमला शंकर गिरी ने थाना निजामाबाद पर यह रिपोर्ट दी कि उक्त कार्यक्रम के अंत में पाकिस्तान जिंदाबाद और इंडिया मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. सूचना पर स्थानीय लोगों पर मुकदमा अपराध संख्या 155/19 धारा 153 बी में दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की जा रही थी.

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पुलिस डायरी में दर्ज मामला.
पुलिस के आलाधिकारियों ने इस प्रकरण की जांच की. उस समय के कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग देखी तो यह पाया गया कि ध्वनि विस्तारक यंत्रों में तकनीकी कारणों से आवाज स्पष्ट न होने के कारण उप निरीक्षक ने उच्चारण में 'हुसैनियत' के बदले पाकिस्तान तथा 'यज़ीदियत' के स्थान पर इंडिया समझ लिया.

एसएसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि उन्होंने मुकदमा दर्ज होने के बाद महत्वपूर्ण पुलिस अधिकारियों से मामले की जांच करवाई. वहीं कार्यक्रम का वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी चेक किया गया, लेकिन कहीं भी कुछ आपत्तिजनक नहीं मिला. इसलिए पूरा मामला गलत साबित हुआ है. वहीं मुकदमा दर्ज करवाने वाले सब इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया.

आजमगढ़ः पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस जांच में पता चला की माला फर्जी है और ऐसा कोई नारा ही नहीं लगा था. वहीं इस मामले में गलत मुकदमा दर्ज करने पर दारोगा को लाइन हाजिर किया गया.

जानकारी देते एसएसपी.

निजामाबाद के शिवली गांव में कर्बला जुलुस में पाकिस्तान जिंदाबाद, हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए जाने की खबर आई थी. वहीं कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात उप निरीक्षक कमला शंकर गिरी ने थाना निजामाबाद पर यह रिपोर्ट दी कि उक्त कार्यक्रम के अंत में पाकिस्तान जिंदाबाद और इंडिया मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. सूचना पर स्थानीय लोगों पर मुकदमा अपराध संख्या 155/19 धारा 153 बी में दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की जा रही थी.

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पुलिस डायरी में दर्ज मामला.
पुलिस के आलाधिकारियों ने इस प्रकरण की जांच की. उस समय के कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग देखी तो यह पाया गया कि ध्वनि विस्तारक यंत्रों में तकनीकी कारणों से आवाज स्पष्ट न होने के कारण उप निरीक्षक ने उच्चारण में 'हुसैनियत' के बदले पाकिस्तान तथा 'यज़ीदियत' के स्थान पर इंडिया समझ लिया.

एसएसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि उन्होंने मुकदमा दर्ज होने के बाद महत्वपूर्ण पुलिस अधिकारियों से मामले की जांच करवाई. वहीं कार्यक्रम का वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी चेक किया गया, लेकिन कहीं भी कुछ आपत्तिजनक नहीं मिला. इसलिए पूरा मामला गलत साबित हुआ है. वहीं मुकदमा दर्ज करवाने वाले सब इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया.

Intro:एंकर- आजमगढ़ में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने में नया मोड़ आ गया है पुलिस जाँच में पता चला की माला फ़र्ज़ी है और ऐसा कोई नारा ही नहीं लगा था। गलत मुकदमा दर्ज करने पर दरोगा को लाइन हाज़िर कर दिया गया है।Body:वीवो1- निज़ामाबाद के शिवली गांव में कर्बला जुलुस में पाकिस्तान जिंदाबाद हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये गए। कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात उप निरीक्षक कमला शंकर गिरी द्वारा थाना निजामाबाद पर यह रिपोर्ट दी गई कि उक्त कार्यक्रम के अंत में लगभग शाम पाकिस्तान जिंदाबाद एवं इंडिया मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। सूचना पर थाना स्थानीय पर मुकदमा अपराध संख्या 155/19 धारा 153 बी दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की गयी ।

वीवो2- पुलिस के बड़े अधिकारियो ने जब इस प्रकरण की जांच की तथा उस समय के कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग देखी तो यह पाया गया कि ध्वनि विस्तारक यंत्रों में तकनीकी कारणों से आवाज स्पष्ट न होने के कारण तथा इस कारणवश उप निरीक्षक द्वारा उच्चारण में 'हुसैनियत' के बदले पाकिस्तान तथा 'यज़ीदियत' के स्थान पर इंडिया समझ लिया गया तथा मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया था।Conclusion:एसएसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया की उन्होंने मुकदमा दर्ज होने के बाद महत्वपूर्ण पुलिस अधिकारियो से मामले की जाँच करवाई वही कार्यक्रम का वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी चैक किया गया लेकिन कही भी कुछ आपत्तिजनक नहीं मिला इसलिए पूरा मामला गलत साबित हुआ है। वही मुकदमा दर्ज करवाने वाले सब इंस्पेक्टर को लाइन हाज़िर कर दिया गया।

प्रत्यूष सिंह
7571094826।
Last Updated : Nov 4, 2019, 11:18 PM IST
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