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आजमगढ़: राज्यमंत्री ने श्रमिकों के बच्चों के आवासीय विद्यालय का किया निरीक्षण, अव्यवस्था देख भड़के

आजमगढ़ में श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने बुधवार को श्रमिकों के बच्चों के लिए संचालित होने वाले आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया. विद्यालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं को देख भड़क गए और विद्यालय को संचालित करने वाले एनजीओ को ब्लैक लिस्टेड करते हुए उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया.

राज्यमंत्री ने श्रमिकों के विद्यालय का किया निरीक्षण.
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Published : Nov 7, 2019, 12:41 PM IST

आजमगढ़: जनपद में श्रमिकों के बच्चों के लिए संचालित बिहान बालक आवासीय विद्यालय और बिहार आवासीय बालिका विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की स्थिति कैदियों से भी बदतर हो गई है. इन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को न तो भोजन मिलता है और न ही ड्रेस. यहां पढ़ने वाले बच्चे बीमारियों का शिकार हो रहे हैं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि यहां पर पढ़ने वाले बच्चों की स्थिति बद से बदतर है. इन्हें कैदियों से भी बदतर स्थिति में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को न तो पानी और न ही दोपहर का भोजन मिल रहा है. इनके लिए जल की व्यवस्था भी नहीं है और न रजाई की.

राज्यमंत्री ने श्रमिकों के विद्यालय का किया निरीक्षण.

राज्यमंत्री ने कहा कि यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को भोजन के नाम पर लाई चना दिया जा रहा है, जिससे यहां के बच्चे बीमारियों का शिकार भी हो रहे हैं. यहां पर पढ़ने वाले कई बच्चों को चर्म रोग भी हुआ है. बच्चों को न तो इलाज मिला है और न ही सरकार द्वारा दिए जा रहे संसाधन.

प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने उद्यमिता विकास संस्थान एनजीओ को ब्लैक लिस्टेड करते हुए इसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा कर जेल भेजने का भी निर्देश दिया. साथ ही इन दोनों विद्यालयों की जिम्मेदारी उप श्रम आयुक्त रोशनलाल को सौंपी.

आजमगढ़ जनपद के हीरा पट्टी में श्रमिकों की बालिकाओं का विद्यालय चलता है, जबकि लक्ष्य रामपुर में बालकों का विद्यालय चलता है. 100 पंजीकरण वाले विद्यालय में मात्र 14 बच्चे उपस्थित रहे और इस विद्यालय में इतनी ही स्टाफ भी है. 80 लाख रुपये सरकार से मदद लेने वाले इस विद्यालय की ऐसी हालत देखकर राज्यमंत्री का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और सबसे खास बात यह है कि इस बिल्डिंग का एक लाख रुपये प्रति महीने किराया भी दिया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: लखनऊ महोत्सव की तर्ज पर मनेगा आजमगढ़ महोत्सव, तैयारियां शुरू

मंत्री ने उद्यमिता विकास संस्थान के साथ वार्डन और अन्य स्टाफ पर एफआईआर दर्ज कराकर उन्हें जेल भेजने का निर्देश दिया. मंत्री के इस औचक निरीक्षण से अधिकारियों और कर्मचारियों में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.

आजमगढ़: जनपद में श्रमिकों के बच्चों के लिए संचालित बिहान बालक आवासीय विद्यालय और बिहार आवासीय बालिका विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की स्थिति कैदियों से भी बदतर हो गई है. इन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को न तो भोजन मिलता है और न ही ड्रेस. यहां पढ़ने वाले बच्चे बीमारियों का शिकार हो रहे हैं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि यहां पर पढ़ने वाले बच्चों की स्थिति बद से बदतर है. इन्हें कैदियों से भी बदतर स्थिति में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को न तो पानी और न ही दोपहर का भोजन मिल रहा है. इनके लिए जल की व्यवस्था भी नहीं है और न रजाई की.

राज्यमंत्री ने श्रमिकों के विद्यालय का किया निरीक्षण.

राज्यमंत्री ने कहा कि यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को भोजन के नाम पर लाई चना दिया जा रहा है, जिससे यहां के बच्चे बीमारियों का शिकार भी हो रहे हैं. यहां पर पढ़ने वाले कई बच्चों को चर्म रोग भी हुआ है. बच्चों को न तो इलाज मिला है और न ही सरकार द्वारा दिए जा रहे संसाधन.

प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने उद्यमिता विकास संस्थान एनजीओ को ब्लैक लिस्टेड करते हुए इसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा कर जेल भेजने का भी निर्देश दिया. साथ ही इन दोनों विद्यालयों की जिम्मेदारी उप श्रम आयुक्त रोशनलाल को सौंपी.

आजमगढ़ जनपद के हीरा पट्टी में श्रमिकों की बालिकाओं का विद्यालय चलता है, जबकि लक्ष्य रामपुर में बालकों का विद्यालय चलता है. 100 पंजीकरण वाले विद्यालय में मात्र 14 बच्चे उपस्थित रहे और इस विद्यालय में इतनी ही स्टाफ भी है. 80 लाख रुपये सरकार से मदद लेने वाले इस विद्यालय की ऐसी हालत देखकर राज्यमंत्री का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और सबसे खास बात यह है कि इस बिल्डिंग का एक लाख रुपये प्रति महीने किराया भी दिया जा रहा है.

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मंत्री ने उद्यमिता विकास संस्थान के साथ वार्डन और अन्य स्टाफ पर एफआईआर दर्ज कराकर उन्हें जेल भेजने का निर्देश दिया. मंत्री के इस औचक निरीक्षण से अधिकारियों और कर्मचारियों में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.

Intro:Anchor: आजमगढ़। (एक्सक्लुसिव) आजमगढ़ जनपद में श्रमिकों के बच्चों के लिए संचालित बिहान बालक आवासीय विद्यालय व बिहार आवासीय बालिका विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की स्थिति कैदियों से भी बदतर हो गई है। इन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को ना तो भोजन मिलता है और ना ही ड्रेस के कारण यहां पढ़ने वाले बच्चे बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।Body:वीओ: 1 etv भारत से बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने कहां की यहां पर पढ़ने वाले बच्चों की स्थिति बद से बदतर है इन्हें कैदियों से भी बदतर स्थिति में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को ना तो पानी मिल रहा है ना दोपहर का भोजन मिल रहा है ना इनके लिए जल की व्यवस्था है और ना रजाई की यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को भोजन के नाम पर लैय्या चना दिया जा रहा है जिससे यहां के बच्चे बीमारियों का शिकार भी हो रहे हैं यहां पर पढ़ने वाले कई बच्चों को चर्म रोग भी हुआ है। यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को ना तो इलाज मिला है और ना ही सरकार द्वारा दिए जा रहे संसाधन। प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने उद्यमिता विकास संस्थान द्वारा चलाए जा रहे इस एनजीओ को ब्लैक लिस्टेड करते हुए एनजीओ के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करा कर जेल भेजने का भी निर्देश दिया इसके साथ ही इन दोनों विद्यालयों की जिम्मेदारी उप श्रम आयुक्त रोशनलाल को सौंपी।Conclusion:बाइट: रघुराज सिंह श्रम सेवायोजन राज्यमंत्री
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766900

बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद के हीरा पट्टी में श्रमिकों की बालिकाओं का विद्यालय चलता है जबकि लक्ष्य रामपुर में बालकों का विद्यालय चलता है। 100 पंजीकरण वाले विद्यालय में मात्र 14 बच्चे उपस्थित रहे और इस विद्यालय में इतने ही स्टाफ भी हैं। 8000000 रुपए सरकार से मदद लेने वाले इस विद्यालय की ऐसी हालत देखकर राज्यमंत्री का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और सबसे खास बात यह है कि इस बिल्डिंग का ₹100000 प्रति महीने किराया भी दिया जा रहा है। मंत्री ने उद्यमिता विकास संस्थान के साथ वार्डन व अन्य स्टाफ पर एफआईआर दर्ज करा कर उन्हें जेल भेजने का निर्देश दिया। मंत्री के इस औचक निरीक्षण से अधिकारियों व कर्मचारियों में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा

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