आजमगढ़ः प्रदेश के आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी ने सोमवार को मंडलीय अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें तीनों जिलों के आबकारी अधिकारी भी शामिल रहे. इस दौरान आबकारी आयुक्त ने कहा कि बीते दिनों हुए शराब कांड से सबक लें. मिलावटी और नकली शराब की बिक्री न होने पाये. लापरवाही सामने आने पर अफसरों पर गाज गिरना तय है.
सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रदेश के आबकारी आयुक्त की अध्यक्षता में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत आजमगढ़ , मऊ और बलिया के जिलाधिकारी, एसपी, आबकारी अधिकारियों के साथ बैठक हुई. इस दौरान आबकारी आयुक्त ने राजस्व और प्रवर्तन कार्रवाई को लेकर कहा कि प्रवर्तन कार्य में तेजी लाई जाए.
आजमगढ़ में बीते दिनों हुए शराब कांड में लोगों की मौत का जिक्र करते हुए आबकारी आयुक्त ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को पुनरावृत्ति दोबारा नहीं होनी चाहिए. कहीं पर भी मिथाइल-एथाइल से तैयार होने वाली शराब की बिक्री न हो. इसके लिए प्रवर्तन की कार्रवाई में तेजी लाई जाए. उन्होंने कहा कि अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए गुप्त छापेमारी की जाये. तीनों जिले में भी अवैध शराब माफिया को चिन्हित कर कार्रवाई की जाये.
अवैध शराब के धंधे को बंद कराने के लिए मौजूदा नियमों के साथ-साथ अन्य उपायों पर भी बैठक में मंथन किया गया. आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी ने कहा कि अवैध और विशाक्त मदिरा को शून्य करना ही हमारा पहला लक्ष्य है. इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाये. उन्होंने कहा कि जो भी जांच है उनकी रिपोर्ट 15 दिन में पूर्ण कर ली जाये.
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अवैध शराब की बिक्री की जो भी शिकायतें जनता या गुप्त रूप से आती हैं. उनपर त्वरित कार्रवाई किया जाना सुनिश्चित करें. आबकारी आयुक्त ने कहा कि पिछले साल 36 हजार 361 करोड़ के लक्ष्य को विभाग ने अचिव किया है. इस साल पिछले साल की अपेक्षा 20 फीसदी अधिक का लक्ष्य विभाग ने रखा है. लेकिन ये लक्ष्य तभी छुआ जा सकता है. जब लक्ष्य पूरा हो सकता हो. जब हमारा प्रवर्तन अच्छा हो. इसके लिए सभी को निर्देशित किया गया है कि प्रवर्तन की कार्रवाई और माफियाओं को चिन्हित किया. इसके साथ अवैध शराब की बिक्री, बंद पड़ी दुकाने विद्यालय, खंडर वाले मकान पर नजर रखी जाये. उन्होंने कहा कि अवैध शराब से जहां भी मौते हुई हैं, वहां कार्रवाई जारी है.