आजमगढ़: लोकसभा के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के समर्थन में पूर्व मंत्री और सपा विधायक आजम खान ने गोपालपुर विधानसभा के नसीरपुर बाजार में जनसभा को संबोधित किया. आजम खान ने प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के पक्ष में वोट देने की अपील की. उन्होंने कहा कि हमें आपस के मसले को खत्म करके समाजवादी पार्टी की जीत सुनिश्चित करनी होगी. अगर इसमें किसी को भी कोई शक हो तुम मेरे साथ हुई जुल्म और ज्यादती को याद कर लेना. कहा की हुकूमत ने मुझे 27 महीने परिवार के साथ उस जेल में रखा, जिसे सुसाइडर जेल कहा जाता है.
सपा नेता आजम खान ने कहा कि हमें भी बांदा और हमीरपुर जैसी जिलों में रखा जा सकता था. लेकिन नहीं रखा गया. सीतापुर में इसलिए रखा गया की पहले मेरा बेटा सुसाइड करे, फिर मेरी पत्नी और इसके बाद मैं. इससे मेरी मौत का इल्जाम हुकूमत पर भी नहीं आता, क्योंकि सीतापुर जेला का दूसरा नाम सुसाइडर जेल है. कहा कि एक दो मुकदमे तो किसी के भी ऊपर हो सकते हैं. लेकिन 90 मुकदमे कैसे संभव है. मेरे रिहा होने में किसी तरह का समझौता नहीं है यह तो ऊपर वाले की रहम है कि सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी. कहा कि मैं आपके बीच हो यह इस बात का सबूत है कि मैं कल भी जिंदा था आज भी जिंदा हूं और इंशाल्लाह कल भी जिंदा रहूंगा.
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आजम खान ने कहा कि मुल्क के गृहमंत्री ने मुझे देश का सबसे नंबर वन माफिया कहा था. मेरी गलती इतनी है कि मैंने जौहर यूनिवर्सिटी बनाई और गरीबों के बच्चों की पढ़ाई के लिए कई विद्यालय खोले. सरकार की अग्निपथ योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा युवाओं का भविष्य खतरे में है. बिहार से लेकर यूपी तक में आग लगी हुई है. समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता ने 1980 में मुरादाबाद में हुए दंगे का जिक्र करते हुए कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को मुसलमानों के जख्मों मरहम लगाने की जरूरत नहीं महसूस हुई और 42 साल बाद भी आज हालात ऐसे ही है.
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