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घाटे से अब फायदे की तरफ बढ़ रही आजमगढ़ की सठियांव चीनी मिल - घाटे से फायदे की तरफ बढ़ रही सठियांव चीनी मिल

आजमगढ़ जिले की सठियांव चीनी मिल अपनी स्थापना के बाद से लगातार घाटे में चल रही थी. यहां के भ्रष्टाचारी अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है, जिसके बाद चीनी मिल की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है.

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घाटे से फायदे की तरफ बढ़ रही आजमगढ़ की सठियांव चीनी मिल.
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Published : Jan 20, 2020, 5:24 PM IST

आजमगढ़: वर्ष 2016 में स्थापित की गई सठियांव चीनी मील लगातार घाटे में चल रही थी. घाटे का यह स्तर लगातार बढ़ता जा रहा था और चीनी मिल के जीएम पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप भी लगते रहे. वहीं 15 दिन पहले चीनी मिल के जीएम सहित कई अधिकारियों को निलंबित भी किया गया, जिसके बाद चीनी मिल की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है. यह जनपद के किसानों के लिए अच्छी खबर है.

घाटे से फायदे की तरफ बढ़ रही आजमगढ़ की सठियांव चीनी मिल.

बिजली का उत्पादन बढ़ाकर बेची जाएगी बिजली
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए सठियांव चीनी मिल के जीएम प्रताप नारायण सिंह का कहना है कि विगत वर्ष जहां इसी मिल में बिजली का उत्पादन 10607 मेगावाट होता था. वहीं 2020 में बढ़कर 11500 मेगावाट हो गया है, जो चीनी मिल के लिए काफी सुखद संकेत है. जीएम का कहना है कि अभी तक चीनी मिल में 35,000 कुंटल गन्ने की पेराई होती थी, जो बढ़कर 36000 हो गई है.

उन्होंने बताया कि इससे किसानों का समय से पहले गन्ना भी खत्म हो सकेगा और इसका फायदा किसानों को भी मिलेगा. जीएम का कहना है कि बिजली का उत्पादन बढ़ाकर बिजली बेची जाएगी, जिससे जल्दी ही यह चीनी मिल घाटे से फायदे में आ जाएगी.

चीनी मिल से किसानों को जगी उम्मीद
जनपद की सठियांव चीनी मिल अपनी स्थापना के बाद से लगातार घाटे में चल रही थी और इसके लिए काफी हद तक यहां का प्रबंध तंत्र भी जिम्मेदार था. अब ऐसे में जब यहां के भ्रष्टाचारी अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. एक बार फिर इस चीनी मिल से जनपद के किसानों को उम्मीद जगी है.

इसे भी पढ़ें:- 1990 का दर्द नहीं भूले कश्मीर पंडित, सुनिए उनकी जुबानी

आजमगढ़: वर्ष 2016 में स्थापित की गई सठियांव चीनी मील लगातार घाटे में चल रही थी. घाटे का यह स्तर लगातार बढ़ता जा रहा था और चीनी मिल के जीएम पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप भी लगते रहे. वहीं 15 दिन पहले चीनी मिल के जीएम सहित कई अधिकारियों को निलंबित भी किया गया, जिसके बाद चीनी मिल की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है. यह जनपद के किसानों के लिए अच्छी खबर है.

घाटे से फायदे की तरफ बढ़ रही आजमगढ़ की सठियांव चीनी मिल.

बिजली का उत्पादन बढ़ाकर बेची जाएगी बिजली
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए सठियांव चीनी मिल के जीएम प्रताप नारायण सिंह का कहना है कि विगत वर्ष जहां इसी मिल में बिजली का उत्पादन 10607 मेगावाट होता था. वहीं 2020 में बढ़कर 11500 मेगावाट हो गया है, जो चीनी मिल के लिए काफी सुखद संकेत है. जीएम का कहना है कि अभी तक चीनी मिल में 35,000 कुंटल गन्ने की पेराई होती थी, जो बढ़कर 36000 हो गई है.

उन्होंने बताया कि इससे किसानों का समय से पहले गन्ना भी खत्म हो सकेगा और इसका फायदा किसानों को भी मिलेगा. जीएम का कहना है कि बिजली का उत्पादन बढ़ाकर बिजली बेची जाएगी, जिससे जल्दी ही यह चीनी मिल घाटे से फायदे में आ जाएगी.

चीनी मिल से किसानों को जगी उम्मीद
जनपद की सठियांव चीनी मिल अपनी स्थापना के बाद से लगातार घाटे में चल रही थी और इसके लिए काफी हद तक यहां का प्रबंध तंत्र भी जिम्मेदार था. अब ऐसे में जब यहां के भ्रष्टाचारी अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. एक बार फिर इस चीनी मिल से जनपद के किसानों को उम्मीद जगी है.

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Intro:anchor:। आजमगढ़। आजमगढ़ जनपद में वर्ष 2016 में स्थापित की गई सठियांव चीनी मील लगातार घाटे में चल रही थी। घाटे का यह स्तर लगातार बढ़ता जा रहा था और चीनी मिल के जीएम पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप भी लगते रहे और अभी 15 दिन पहले चीनी मिल के जीएम सहित कई अधिकारियों को निलंबित भी किया गया जिसके बाद चीनी मिल की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है जो जनपद के किसानों के लिए अच्छी खबर है।


Body:वीओ:1 etv भारत से बातचीत करते हुए सठियाव चीनी मिल के जीएम प्रताप नारायण सिंह का कहना है कि विगत वर्ष जहां इसी ने मिल में बिजली का उत्पादन 10607साथ मेगावाट होता था वही 2020 नया पढ़कर 11500 मेगावाट हो गया है जो चीनी मिल के लिए काफी सुखद संकेत है। जीएम का कहना है कि अभी तक चीनी मिल में 35,000 कुंटल गन्ने की पेराई होती थी जो बढ़कर 36000 हो गई है जो चीनी मिल की अच्छी छमता को डर सिप करता है और निश्चित रूप से इससे किसानों का समय से पहले गन्ना भी खत्म हो सकेगा और इसका फायदा किसानों को भी मिलेगा। जीएम का कहना है कि बिजली का उत्पादन बढ़ाकर बिजली बेटी जाएगी जिससे जल्दी ही यह चीनी मिल घाटे से फायदे में आ जाएगी।


Conclusion:बाइट: प्रताप नारायण सिंह जीएम चीनी मिल
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766900

बताते चलें कि जनपद की सठियांव चीनी मिल अपनी स्थापना के बाद से लगातार घाटे में चल रही थी और इसके लिए काफी हद तक यहां का प्रबंध तंत्र भी जिम्मेदार था। अब ऐसे में जब यहां के भ्रष्टाचारी अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है एक बार फिर इस चीनी मिल से जनपद के किसानों को उम्मीद जगी है।
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