आजमगढ़: जिले से सांसद मुलायम सिंह यादव ने जबतमोली गांव को गोद लिया था तो लोगों को लगा कि उनका गांव अब विकास के रास्ते पर चल पड़ेगा, लेकिनपांचसाल बीतने को हैं और तमोली वासीअपने आपको ठगा महसूस कर रहेहैं. लोगोंका कहना है किगांव में कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ. सड़कें चलने लायकनहीं हैं. गांव में एक डेरी भी है, जो बंद पड़ी है.
ईटीवी भारत से बातचीत में ग्रामवासियोंने तमोली गांव की दुर्दशा को साझा किया. गांव की रहने वाली लालती देवी ने बताया कि मुलायम सिंह यादव ने जो डेरी स्थापित करवाई थी, वहदोमहीने में बंद हो गई. जिन लोगों ने डेरी को दूध दिया था, उनका पैसाडेरी वालेलेकर फरार हो गए. आज हालात यह हैं किडेरी बंद पड़ी है.गांव के युवक वरुण ने बताया कि यहां की खराब सड़क गांव की दुर्दशा को बयांकर रही हैं. वरुण का कहना है कि गांव के70 प्रतिशत घरों में ही शौलचालय बन सके हैं,जिनके घर में शौचालय नहीं बने हैं, वह लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं.
कक्षा 11 में पढ़ने वाली तमोली गांव की छात्रा खुशबू ने बताया किगांव में जूनियर हाईस्कूल नहोने के कारण तीनकिलोमीटर पैदल चलकरपढ़नेजाना पड़ता है.हम लोगों को गांव में जिस तरह के विकास कीउम्मीद थी, वैसा विकास कार्य नहीं कराया गया. छात्रा दामिनी ने बताया किजिस सड़क से हम लोग स्कूल जाते हैं, उस पर साधन भी नहीं चलता है. इस वजह से हम लोग पैदल स्कूल जाते हैं.वहीं गांव के दयाराम यादव ने बताया किमुलायम सिंह यादवने जब इस गांव को गोद लिया था तो हम लोगों को बहुत उम्मीद थी किइस गांव का कायाकल्प होगा, लेकिन स्थिति बद से बदतर होती चली गई. गांव की सड़के खराब हैं,डेरी बंद हो गई, रोजगार काकोई साधन नहीं है. जिन लोगों ने डेरी में दूध दिया था, उनका पैसा भी डेरी वाले लेकर फरार हो गए.
बताते चलें कि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद मुलायम सिंह यादव ने जब इस गांव को गोद लिया था तो तमोली गांवके लोगोंमें बहुत उत्साह और उल्लास का माहौल था,लेकिन पांचसाल बीतने को हैं औरजबगांव का विकास नहीं हुआ तो तमोली की जनता के सब्र का बांध टूट गया.तमोली की जनता का कहना है कि मुलायम सिंह यादव तमोली की जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके.