आजमगढ़: जिले के तरवा में दलित ग्राम प्रधान की हत्या के मुख्य आरोपी विवेक सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पर पच्चीस हज़ार का इनाम घोषित था. पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल और कारतूस बरामद किए हैं. उसके दो अन्य साथी भागने में सफल रहे. पुलिस ने दावा किया कि घटना में शामिल सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
जानकारी देते पुलिस अधीक्षक. बांसगांव के दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की 14 अगस्त की शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया था. इसी दौरान हुए एक सड़क हादसे में एक बच्चे की भी मौत हो गयी, जिसके बाद उग्र भीड़ ने रासेपुर बोंगरिया पुलिस चौकी एवं पुलिस के कई वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की थी. पुलिस ने परिजनों और ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.एसपी सिटी पंकज पांडेय के नेतृत्व में पुलिस की 6 टीमें लगी हुई थीं. रविवार को स्वॉट टीम को सूचना मिली कि घटना में शामिल मुख्य आरोपी सहित तीन बदमाश नगर क्षेत्र में सरेंडर करने के लिए किसी अधिवक्ता के पास जा रहे हैं. सूचना के बाद स्वॉट टीम ने घेराबंदी की और नगर के बैठौली बाइपास के समीप बाइक पर सवार तीन युवकों को रोकने का प्रयास किया. रोकने पर उन्होंने स्वॉट टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने घेराबंदी कर पच्चीस हजार के इनामी बदमाश विवेक सिंह निवासी बांसगांव को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके दो साथी मौके से फरार होने में कामयाब हो गये. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल और कारतूस बरामद किये हैं.वहीं पूरे मामले पर एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि स्वाट टीम को सूचना मिली कि ग्राम प्रधान की हत्या में शामिल आरोपित सरेंडर करने के लिए अधिवक्ता से मिलने जा रहे हैं, जिसके बाद स्वाट टीम ने घेराबंदी की. इस दौरान हुई मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी और हत्या का मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ की जा रही है. घटना के अन्य आरोपी सूर्यांश दुबे और वसीम अहमद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है. उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.