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आजमगढ़: आफत की बारिश के बीच लोगों ने किया पितृ विसर्जन, तमसा तट पर हुई पूजा

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में पितृ पक्ष के आखिरी दिन पर तमसा नदी के किनारे लोगों ने अपने पूर्वजों की पूजा अर्चना कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. तमसा नदी के पावन तट पर पूजा अर्चन कर पूर्वजों के लिए मंगल कामना की.

पितृ पक्ष के आखिरी दिन लोगों ने पूजा अर्चना कर पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित की
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Published : Sep 28, 2019, 11:34 PM IST

आजमगढ़: जनपद में लगातार तीन दिन से हो रही भारी बारिश के बावजूद पितृ पक्ष के आखिरी दिन पर लोग पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित हुए. बड़ी संख्या में लोगों ने तमसा नदी के किनारे अपने पूर्वजों को तारने के लिए पूजा अर्चना कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

पितृ पक्ष के आखिरी दिन लोगों ने पूजा अर्चना कर पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित की

सुबह से ही दलाल घाट पर बड़ी संख्या में लोगों का मेला उमड़ पड़ा था जो अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित हुए थे. तमसा नदी के पावन तट पर पूजन अर्चन कर सभी लोगों ने अपने पूर्वजों के लिए मंगल कामना की.

हिंदू धर्म में पितृपक्ष का बहुत महत्व है और हर पुत्र को अपने पिता के लिए पितृ विसर्जन का कार्य करना चाहिए. एक पुत्र को अपने 17 पुत्रों को हटाने का भागीदार बनता है.
-ओंकार नाथ उपाध्याय, पुजारी

आजमगढ़: जनपद में लगातार तीन दिन से हो रही भारी बारिश के बावजूद पितृ पक्ष के आखिरी दिन पर लोग पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित हुए. बड़ी संख्या में लोगों ने तमसा नदी के किनारे अपने पूर्वजों को तारने के लिए पूजा अर्चना कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

पितृ पक्ष के आखिरी दिन लोगों ने पूजा अर्चना कर पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित की

सुबह से ही दलाल घाट पर बड़ी संख्या में लोगों का मेला उमड़ पड़ा था जो अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित हुए थे. तमसा नदी के पावन तट पर पूजन अर्चन कर सभी लोगों ने अपने पूर्वजों के लिए मंगल कामना की.

हिंदू धर्म में पितृपक्ष का बहुत महत्व है और हर पुत्र को अपने पिता के लिए पितृ विसर्जन का कार्य करना चाहिए. एक पुत्र को अपने 17 पुत्रों को हटाने का भागीदार बनता है.
-ओंकार नाथ उपाध्याय, पुजारी

Intro:Anchor: आजमगढ़ जनपद में लगातार तीन दिन से हो रही भारी बारिश के बावजूद आज बड़ी संख्या में लोगों ने तमसा नदी के किनारे दलाल घाट पर उपस्थित होकर अपने पूर्वजों को तारने के लिए पूजा अर्चना कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।Body:वीओ: 1 सुबह से ही दलाल घाट पर बड़ी संख्या में लोगों का मेला उमड़ पड़ा था जो अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित हुए थे। तमसा नदी के पावन तट पर पूजन अर्चन कर सभी लोगों ने अपने पूर्वजों के लिए मंगल कामना की। मीडिया से बातचीत करते हुए पुजारी ओंकार नाथ उपाध्याय ने कहा कि हिंदू धर्म में पितृपक्ष का बहुत महत्व है और हर पुत्र को अपने पिता के लिए आज के दिन पितृ विसर्जन का कार्य करना चाहिए एक पुत्र अपने 17 पुत्रों को हटाने का भागीदार बनता है
Conclusion:बाइट: ओंकार नाथ उपाध्याय पुजारी
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766900

बताते चलें कि जनपद में भले ही 72 घंटे से अधिक समय से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है पर अपने पितरों को श्रद्धांजलि देने के लिए जनपद के बड़ी संख्या में लोग सुबह से ही तमसा नदी के किनारे दलाल घाट पर उपस्थित होकर अपने पितरों को श्रद्धांजलि देने के साथ पूजन अर्चन किया।
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