आजमगढ़: जनपद के थाना रानी की सराय के अंतर्गत प्राइवेट अस्पताल में प्रसव के बाद नवजात बच्चे के गायब होने का मामला सामने आया है. जब परिजनों ने डॉक्टर से बच्चे के बारे में पता किया तो डॉक्टरों ने बच्चे की मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार कर देने की बात कही. इससे नाराज होकर परिजनों ने थाना रानी की सराय में मुकदमा दर्ज कराया तो बच्चा बरामद हो गया. इस पूरी घटना के बाद अस्पताल प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
बच्चे की मां उर्मिला ने बताया कि जीवन ज्योति अस्पताल में उसने एक बच्चे को जन्म दिया. डॉक्टर ने बच्चे को ऑक्सीजन की कमी होने की बात कहकर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया. जब महिला ने अपने बच्चे को देखने की बात की तो डॉ. पुष्पा ने बताया कि तुम्हारा बच्चा मर गया है. परिजनों ने कहा कि हमारे बच्चे का शव हमें दे दीजिए. इस पर चिकित्सक ने परिजनों को बच्चे का शव देने के बजाए कहा कि बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. इस बात से नाराज परिजनों ने रानी की सराय थाने में मुकदमा दर्ज कराया, जिसके बाद पहुंची पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टरों से पूछताछ की और कुछ ही देर में बच्चे को बरामद कर लिया गया.
जीवन ज्योति अस्पताल की डॉ. पुष्पा सिंह का कहना है कि बच्चे के जन्म के 2 दिन बाद तक परिजनों ने बच्चे के बारे में कोई पूछताछ नहीं की. दूसरे दिन जब बच्चे की मां ने उसके बारे में पूछा तो हमने भी मरने की बात कह दी. डॉ. पुष्पा सिंह ने कहा कि यही मेरी गलती थी. दोबारा परिजनों ने हमसे नहीं पूछा और सीधे थाने चले गए. परिजनों ने न तो अभी अस्पताल का कोई पैसा दिया है और न ही बच्चे के बारे में कोई पूछताछ की.
आजमगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एके मिश्रा का कहना है कि मामले की जानकारी हो गई है और जांच कराई जा रही है. अस्पताल में जो कोई दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.