आजमगढ़: कोरोना के कारण देश में हुए लाॅकडाउन के बाद अब अनलाॅक का पहला चरण चल रहा है. ऐसे में लाॅकडाउन के दौरान काम बंद होने की वजह से अन्य राज्यों से पलायन कर अपने घर आए प्रवासी मजदूर रोजगार नहीं मिलने के कारण अब महानगरों की ओर वापस जाने लगे हैं.
मजबूरी में जाना पड़ रहा वापस
लाॅकडाउन के दौरान दिल्ली और नोएडा से पलायन कर अपने घर आए मजदूरों ने ईटीवी भारत से बताया कि अपने जिले में रोजगार नहीं मिलने के कारण उनको वापस जाना पड़ रहा है. लाॅकडाउन में अपने घर आए दिल्ली में नौकरी करने वाले राजेश भारद्वाज ने बताया कि लॉकडाउन में तमाम परेशानियों को झेलते हुए हम लोग अपने घर यह सोच कर आए थे कि अब दोबारा वापस नहीं जाना पड़ेगा.
प्रदेश सरकार ने भी रोजगार देने का वादा किया था लेकिन रोजगार नहीं मिला. ऐसे में मजबूरन रोजी-रोटी के लिए वापस दिल्ली जाना पड़ रहा है. वहीं प्रवासी मजदूर अनिल कुमार ने कहा कि लाॅकडाउन में कामकाज ठप होने के बाद वो फरीदाबाद से पलायन कर अपने घर आए था. यहां कोई रोजगार नहीं मिला, तो अब वापस जाना पड़ रहा है.
आए थे डेढ़ लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक
लाॅकडाउन के दौरान सभी कामकाज ठप होने के कारण जिले में डेढ़ लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक पलायन करके आए थे. जिले में रोजगार नहीं मिलने के कारण इन मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में पलायन कर आए प्रवासी मजदूरों के वापस जाने का सिलसिला शुरू हो गया है.