आजमगढ़: जिले में कानपुर से लौटे एक युवक की होम क्वारंटाइन में मौत हो गई. इसके बाद गांव में कोरोना से हुई मौत की अफवाह से ग्रामीण आशंकित हैं. ग्रामीणों ने नहर किनारे युवक का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया, हालांकि घंटों की जद्दोजहद के बाद पुलिस और प्रशानिक अधिकारियों ने अंतिम संस्कार कराया. वहीं मृतक के परिवार के अन्य सदस्यों को क्वारंटाइन सेंटर भेजने का फैसला किया गया है.
आजमगढ़ क्षेत्र के ठुठिया गांव निवासी कानपुर में मजदूरी का काम करता था. उसकी पत्नी और छह साल की बच्ची मायके में रहती थी. 22 मार्च को वह कानपुर से अपने ससुराल कलंदरपुर पहुंचा. कानपुर से आने की भनक लगने पर 26 मार्च को चिकित्सकों की टीम ने पहुंचकर उसे होम क्वारंटाइन कर दिया.
16 अप्रैल को बिगड़ी तबीयत
सब कुछ ठीक चल रहा था कि 16 अप्रैल शख्स की तबीयत खराब हो गई. परिवार के लोगों ने आसपास के चिकित्सकों से उसका उपचार करवाया. इस दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गई. सूचना पर पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गांव के बाहर नहर किनारे अंतिम संस्कार की व्यवस्था कराई.
ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार करने से किया मना
इसकी जानकारी होने पर बगल के गांव के कई लोग मौके पर पहुंच गए और कोरोना संक्रमण की आशंका जताते हुए नहर किनारे अंतिम संस्कार करने से रोक दिया. ग्रामीणों का कहना था कि प्रशासन उनका जीवन खतरे में नहीं डाल सकता. युवक का अंतिम संस्कार श्मशान घाट पर कराया जाए.
अधिकारियों के समझाने के बाद शांत हुआ मामला
प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ. एसडीएम राजीव रतन सिंह ने बताया कि नंदलाल की पत्नी, बच्ची समेत 10 लोगों को अस्पताल भेजकर जांच के बाद क्वारंटाइन सेंटर भेजा जाएगा. वहीं पूरे गांव को सैनिटाइज भी कराया जा रहा है. एहतियातन गांव में चौकसी बढ़ाकर घरों में रहने की अपील की गई है.
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