आजमगढ़: दलित लड़कियों के साथ छेड़खानी और मारपीट मामले में कार्रवाई न होने पर सीएम योगी ने आजमगढ़ के एसपी को फटकार को लगाई है. इसके बाद पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तो वहीं फरार 7 आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है. साथ ही लापरवाही बरतने के आरोप में कोतवाल महराजगंज को निलंबित कर दिया गया है.
दरअसल, महाराजगंज कोतवाली क्षेत्र में दलित लड़कियों के साथ छेड़छाड़ और मारपीट मामले को सीएम योगी ने संज्ञान में लिया है. मामले में लापरवाही के आरोप में महराजगंज के कोतवाल को निलंबित कर दिया गया है. वहीं सीओ से मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है. सभी आरोपियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. मामले को तूल पकड़ता देख इलाके में पीएसी की टीम तैनात की गई है.
आखिर क्या है पूरा मामला
ट्यूबेल पर पानी लेने जा रही दलित लड़कियों से वहां मौजूद एक समुदाय के लोग छेड़खानी करते थे. छेड़खानी का विरोध करने पर इन लोगों ने लड़कियों और उनके परिवार के लोगों के साथ मारपीट की. वहीं पुलिस ने मामले में कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करते हुए आरोपियों को छोड़ दिया था, लेकिन जौनपुर जिले की घटना के बाद सीएम योगी ने जिले में दलितों पर हमले को गंभीरता से लेते हुए आजमगढ़ के एसपी को कड़ी फटकार लगाई है.
मामले पर एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि दो दिन पहले हुई घटना को सीएम योगी ने संज्ञान में लिया, जिस पर कार्रवाई करते महराजगंज के कोतवाल को सस्पेंड कर दिया गया है. 12 आरोपियों को पकड़ लिया गया है तो वहीं 7 आरोपियों की तलाश में पुलिस की 4 टीमें लगी हैं.
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