आजमगढ़ः कोविड के दौरान इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए हो रही चर्चाओं के दौरान एक ब्यूटीशियन ने गुड़ से बने उत्पादों को ब्रांड बनाने का फैसला लिया. इसमें घर में ही मिलने वाले कुछ सामाग्री को जोड़कर उन्होंने रसाल मोदक, रसाल बर्फी, बर्फी का निर्माण किया. महिला का दावा है कि यह मोदक और बर्फी इम्युनिटी बढ़ाने में काफी कारगर है. गुड से बने इस उत्पाद की मांग भी है. देखिए विलुप्त हो रहे गुड़ कारोबार से महिलाओं इस रोजगार का स्पेशल रिपोर्ट....
कोविड काल के दौरान आया आइडियाः जिले के राहुल नगर मड़या की रहने वाली अन्नू पेशे से ब्यूटीशियनकरती है. अन्नू ने बताया कि कोविड काल के दौरान इम्युनिटी बढ़ाने के लिए हुई चर्चा ने इन्हें एक नया आइडिया सुझा दिया. आइडिया ये कि गुड़ आयरन का भंडार होता है. अगर इसमें कुछ चीजें जोड़ दी जाएं तो यह इम्युनिटी बूस्टर का काम कर सकता है. इसके साथ ही इसका सेवन करने वालों में लोगों में आयरन की कमी भी नहीं होगी. गुड़ के सेवन का कोई नुकसान भी नहीं होता. इसके बाद उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया.
अन्नू ने बताया कि उन्होंने गुड़ के साथ अश्वगंधा से एक उत्पाद तैयार किया. इसके अलावा रामदाना बर्फी, सौफ, मेथी, मसाला बर्फी, ड्राईफ्रूट्स बर्फी, तीसी बर्फी, नारियल लड्डू आदि के नाम से उत्पाद तैयार किए. इनमें रसाल मोदक, रसाल बर्फी उनका स्पेशल उत्पाद है. यह सारे उत्पाद गुड़ की मदद से तैयार किए गए.
अन्नू ने बताया कि इसे खाने वाले स्वस्थ्य के साथ ही उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी फायदेमंद है. इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए लोग बाजार से तरह तरह के उत्पाद खरीदते हैं. कुछ लोग दवा का भी सेवन करते हैं. वहीं, यह उत्पाद हैं पूरी तरह प्राकृतिक है. लोग घर में प्रतिदिन इन चीजों का उपयोग करते हैं. अन्नू ने बताया कि उन्होंने इन उत्पादों को बनाने के लिए विशेषज्ञों से राय ली और उत्पादों को बनाकर बाजार में उतार दिया.
बता दें कि आज अन्नू के गुड़ के उत्पाद की बाजारों में मांग बढ़ गई है. लोग उनके विशेष उत्पादा रसाल मोदक औक रसाल बर्फी को खूब पंसद कर रहे हैं. मकर संक्रान्ति में तिल से बने उत्पादों की भी अच्छी डिमांड रही.
अन्नू ने यह भी बताया कि इन उत्पदों को तैयार करने के लिए महिलाओं को अच्छी ट्रेनिंग दी गई. अब यही महिलाएं उत्पाद को बनाती है. इससे उनको रोजगार भी मिल गया और लोगों को इम्युनिटी पावर बढ़ाने का एक सस्ता माध्यम भी. वो कहती है उनकी मंशा भी यही थी महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जा सके. क्योंकि कोविड काल लोगों के काम धंधे की काफी समस्या रही थी, लोगों के पास रोजगार नहीं था. वो कहती है कि उन्हे खुशी है वे विलुप्त हो चुके गुड़ के कारोबार को जिंदा कर महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करा रही है.
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