आजमगढ़: पूर्व सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का शनिवार को 50 साल के हो गए है. इस मौके पर सपा की आजमगढ़ इकाई द्वारा केक काट कर धूमधाम से जन्मदिन मनाया गया. अखिलेश के जन्मदिन के मौके पर पार्टी ने अखबारों में विज्ञापन भी जारी किया और पोस्टर, बैनर भी लगवाए. इन पोस्टर और बैनर में सभी सपा नेताओं की फोटो थी. लेकिन, शिवपाल यादव को इनमें जगह नहीं मिली. जबकि हाल ही में आजमगढ़ दौरे पर आए शिवपाल यादव ने आजमगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे.
सपा की जिला इकाई की इस कारस्तानी से शिवपाल समर्थकों में जहां नाराजगी है. वहीं, बीजेपी शिवपाल यादव की उपेक्षा करने पर सवाल खड़े कर रहीहै. भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक राम दर्शन यादव का कहना है कि समाजवादी पार्टी में इतनी गोलबंदी है कि यह लोग शिवपाल यादव को पचा ही नहीं पाएंगे और जब पचा नहीं पाएंगे तो फोटो क्यों लगाएंगे. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की मंशा के अनुरूप ही सपा की जिला इकाई ने यह कदम उठाया है. जिससे शिवपाल यादव के कद को कम किया जा सके. उनका आगे कहा कि स्थानीय इकाई में कुछ लोगों की मंशा लोकसभा चुनाव लड़ने की है. वह लोग भी नहीं चाहते कि शिवपाल लोकसभा चुनाव आजमगढ़ से लड़े. इसीलिए पोस्टर में शिवपाल की जगह नहीं दी गई है.
वहीं, भाजपा के आजमगढ़ के जिला उपाध्यक्ष बृजेश यादव का कहना है कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह से आजमगढ़ के सपाइयों ने धर्मेंद्र यादव को ठिकाने लगाया था. उसी तरह से शिवपाल यादव को भी चुनाव के पहले ही किनारे लगाया जा रहा है. हो सकता है कि यह काम भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के इशारे पर हो रहा हो. बीजेपी नेता का कहना है कि अगर शिवपाल यादव लोकसभा का चुनाव आजमगढ़ से लड़े. तो उनके साथ सपाई इस कदर विश्वासघात करेंगे कि उनको खुद समझ में नहीं आयेगा. आजमगढ़ के जो नेता लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं, उनको डर है कि सपा के मुखिया आजमगढ़ सीट को कहीं पारिवारिक सीट ना बना दें. इसीलिए परिवार के व्यक्ति को नजरअंदाज किया जा रहा है.
वहीं, बीजेपी के आरोपों पर समाजवादी पार्टी के विधायक डॉ. एचएन पटेल ने सफाई देते हुए कहा कि विज्ञापन और पोस्टर में भूलवश शिवपाल यादव की फोटो नहीं आ सकी है. लेकिन, पार्टी में शिवपाल का पूरा सम्मान है. बीजेपी अनर्गल आरोप लगा रही है.
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