आजमगढ़: जनपद में नदी के किनारे ग्रीनलैंड में बने मकानों को गिराने के निर्देश जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने दिए हैं. जिसके बाद आजमगढ़ विकास प्राधिकरण हर 15 दिन में अभियान चलाकर ग्रीनलैंड में बने मकानों को गिराने का काम करेगा.
विकास प्राधिकरण अवैध निर्माणों पर करेगा कार्रवाई
आजमगढ़ जनपद में बड़ी संख्या में लोगों ने नदी के किनारे मकान बनवा लिए हैं, जिससे पर्यावरण को काफी खतरा पहुंच रहा है. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश पर आजमगढ़ जिला प्रशासन ऐसे सभी मकानों को चिन्हित कर उन्हें ध्वस्त करेगा, दरअसल नदी के किनारे बने मकानों से तमसा नदी की धारा के साथ ही पर्यावरण को खतरा उत्पन्न हो रहा है.
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अब तक 156 मकानों को किया गया चिन्हित
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आजमगढ़ विकास प्राधिकरण के सचिव बाबू सिंह ने बताया कि नदी के 75 मीटर की दूरी पर बने ऐसे सभी मकानों को चिन्हित करने के साथ उन्हें गिराया जाएगा, जिनसे पर्यावरण को खतरा है. उन्होंने बताया कि अब तक 156 मकानों को चिन्हित किया गया है. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि 15 दिन में एक बार अभियान चलाकर इन चिन्हित मकानों को ध्वस्त किया जाए.
प्राधिकरण के सचिव बाबू सिंह ने बताया कि अब महीने में दो बार आजमगढ़ विकास प्राधिकरण ऐसे सभी अवैध निर्माणों के खिलाफ अभियान चलाएगा, जो ग्रीनलैंड में बने हैं और इस तरह के अभियान चलाने से अवैध निर्माण करने वाले लोगों के मन में डर भी पैदा होगा, जिससे वह अब और अवैध निर्माण नहीं करा पाएंगे.