आजमगढ़: होम्योपैथ को लेकर डॉक्टरों का एक सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें टीबी जैसे असाध्य रोगों में होम्योपैथ की दवा के असर की चर्चा हुई. वहीं रोगों को जड़ से समाप्त करने में इस दवा को कारगर माना गया.
असाध्य रोगों पर असर कर रही होम्योपैथ
आयोजन में शामिल होने आईं डॉ. विना ने बताया कि टीबी जैसी खतरनाक बीमारी में भी होम्योपैथ कारगर सिद्ध हो रहा है. उनका कहना था कि कई लोगों को डर रहता है कि टीबी में जो इन्फेक्शन लंग और फेफड़ों में होता है, उसमें यह फायदा नहीं करता, जबकि होम्योपैथ की दवा से कई मरीजों का सफल इलाज किया जा चुका है.
होम्योपैथ को लेकर शंकित न लोग
डॉ. विना ने बताया कि कई लोग होम्योपैथ की दवा को लेकर शंकित रहते हैं कि यह देर से असर करेगा. वह यह नहीं जानते कि एलोपैथ की दवा तो तत्काल असर करती है, लेकिन रोग को जड़ से समाप्त नहीं कर पाती, जबकि होम्योपैथ देर से असर करने के साथ मर्ज को जड़ से समाप्त कर देता है.
टीबी रोग को जड़ से खत्म कर रही होम्योपैथ
टीबी यानी ट्यूबरक्लोसिस एक संक्रमण रोग है जो रक्त के द्वारा या जीवाणुओं के लिंफेटिक फैलाव के कारण होता है. इसके जीवाणु खांसी के दौरान फेफड़ों से निकाले जा सकते हैं. इस स्थिति में रोगी विशेष सावधानियां बरतते हैं. ऐसे में होम्योपैथ इस रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए एक कारगर दवा के रूप में साबित हो रहा है.