आजमगढ़: जनपद में आगरा विश्वविद्यालय के फर्जी बीएड की डिग्री पर नौकरी कर रहे पांच और शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. इन सभी शिक्षकों को एसआईटी जांच में चिन्हित किया गया था. इससे पूर्व भी आजमगढ़ जनपद में 5 फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है. अभी एक और फर्जी चिन्हित शिक्षक पर कार्रवाई होनी बाकी है.
प्रभारी बीएसए ने दी जानकारी
प्रभारी बीएसए अमरनाथ राय ने बताया कि आगरा विश्वविद्यालय के 2005 सत्र की B.Ed डिग्री फर्जी थी. इसी के आधार पर आजमगढ़ जनपद के भी कई लोगों ने बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल कर ली थी. इस मामले की जब जांच हुई, तो जनपद में 11 शिक्षक चिन्हित किए गए. इन 11 शिक्षकों में से 5 शिक्षकों को इससे पूर्व में बर्खास्त किया जा चुका है. 6 बचे शिक्षकों में से 5 फर्जी शिक्षकों को आज बर्खास्त किया गया, जबकि एक शिक्षक पर कार्रवाई होनी बाकी है. प्रभारी बीएसए ने बताया कि बर्खास्त शिक्षकों से रिकवरी कराने के साथ ही इन सभी शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश भी खंड शिक्षा अधिकारियों को दे दिया है.
फर्जी डिग्री का खेल
आगरा विश्वविद्यालय के 2005 सत्र की बीएड डिग्री फर्जी थी. इस फर्जी डिग्री के आधार पर जनपद में भी 11 शिक्षकों ने नौकरी हासिल की थी. जब इस मामले की जांच शुरू कराई गई, तो इन सभी शिक्षकों के सारे डॉक्यूमेंट फर्जी पाए गए. इसके आधार पर प्रदेश भर के विभिन्न जनपदों में फर्जी डॉक्यूमेंट के सहारे डिग्री हासिल करने वाले शिक्षकों की बर्खास्तगी की जा रही है. इसी कड़ी में आजमगढ़ जनपद में भी अब तक 10 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है, जबकि एक शिक्षक पर कार्रवाई होना बाकी है.