आजमगढ़: स्वतंत्रता दिवस से पूर्व आतंकी साजिश का पर्दाफाश करते हुए आजमगढ़ से आतंकी सबाउद्दीन आजमी को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है. एटीएस के मुताबिक सबाउद्दीन आईएसआईएस के रिक्रूटर से सीधे संपर्क में था. हालांकि सबाउद्दीन के परिजन और पड़ोसी एटीएस की कार्रवाई को सही नहीं मान रहे हैं. उनका कहना है कि सबाउद्दीन्न बहुत सीधा है और बुनकर का काम करता था. वह कक्षा 8 तक पढ़ा है.
बता दें कि सबाउद्दीन आजमी उर्फ सबाहुद्दीन उर्फ सबाहू उर्फ दिलावर खान उर्फ बैरम खान उर्फ आजर पुत्र जफर आजम महमूदा पुरा वार्ड नंबर 9 अमिलो मुबारकपुर थाना मुबारकपुर का निवासी है. पांच भाइयों में सबसे छोटा सबाउद्दीन है, इसके वालिद का इंतकाल 2007 में हो चुका है. वह सब्जी और फल बेचकर परिवार का पालन पोषण करते थे. बाद में परिवार बुनकारी का काम कर जीविकोपार्जन कर रहा है. परिवार वालों का कहना है कि सबाउ्द्दीन को फंसाया गया है.
22 वर्षीय सबाउद्दीन की राजनीतिक महत्वाकांक्षा थी, वह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआई एम से जुड़ा था और नगर निकाय चुनाव में वार्ड नंबर 9 से सभासद पद के प्रत्याशी के तौर पर तैयारी कर रहा था. विधानसभा चुनाव के दौरान उसने एआईएमआईएम के मुबारकपुर विधानसभा से प्रत्याशी रहे शाह आलम गुड्डू जमाली के लिए प्रचार भी किया था. सबाउद्दीन के साथ ही यूपी एटीएस ने कस्बे के उमेर और जीशान को भी उठाया था, जिनके खिलाफ कोई पुख्ता सुबूत न मिलने के कारण लखनऊ बुलाकर परिजनों के हवाले कर दिया गया. दोनों युवक भी बुनकरी का काम करते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यूपी एटीएस की इस कार्रवाई से कहीं न कहीं उनके कस्बा बदनाम हुआ है लोग डरे हुए हैं.
उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता दिवस की संवेदनशीलता को देखते हुए लगातार यूपी एटीएस के समस्त टीमों को अलर्ट करते हुए रेडिकल तत्वों पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है. इसी क्रम में यूपी एटीएस को सहयोगी एजेंसी से सूचना प्राप्त हुई कि अमिलो मुबारकपुर जिला आजमगढ़ में एक व्यक्ति अपने साथियों के माध्यम से आईएसआईएस विचारधारा से प्रभावित होकर व्हाट्सएप एवं विभिन्न सोशल मीडिया एप्लीकेशन के माध्यम से जिहादी विचारधारा का प्रचार प्रसार कर रहा है. इसके साथ ही अन्य लोगों को भी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा है. इसके बाद एटीएस की टीम ने आतंकी सबाउद्दीन आजमी आजमगढ़ से गिरफ्तार कर मुख्यालय ले आई थी. यहां पूछताछ एवं मोबाइल डाटा खंगालने पर सबाउद्दीन आजमी द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस द्वारा आतंक एवं जिहाद के लिए मुस्लिम युवकों का ब्रेनवाश करने के लिए बनाए गए टेलीग्राम चैनल AL-SAQAR मीडिया से जुड़े होने के प्रमाण मिले.