आजमगढ़: जिले के स्वास्थ्य विभाग की बड़ी चूक सामने आई है. यहां पर प्रधानमंत्री आयुष्मान जन आरोग्य योजना के तहत पूर्व सांसद, पूर्व विधायक समेत कई धनकुबेरों को लाभ दिया गया है. इतना ही नहीं पूर्व सांसद गांधी आजाद की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनका नाम आयुष्मान योजना में अब भी शामिल है. ये आरोप व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने लगाया है. मामला सामने आने के बाद भी जिलाधिकारी (डीएम) को शिकायत का इंतजार है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों को निशुल्क इलाज उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान जन आरोग्य योजना की शुरुआत की. इस योजना का मकसद ही गरीब, मजबूर और आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को बीमारी से मुक्त करके नया जीवन देना है, लेकिन आजमगढ़ जिले में अमीरों और रसूखदारों के नाम इस योजना में जोड़े गए. ये लोग योजना से आयुष्मान हो रहे हैं.
आयुष्मान योजना की लिस्ट में आजाद गली-हरबंशपुर के निवासी पूर्व सांसद स्वर्गीय गांधी आजाद, पूर्व मंत्री बृजलाल सोनकर सहित कई राजनीतिक और धनकुबेरों के नाम शामिल हैं. ये आरोप व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने लगाए हैं. उन्होंने मंडलायुक्त और डीएम से कार्रवाई की मांग भी की है. इस मामले का खुलासा होने के बाद आजमगढ़ डीएम नागेंद्र प्रताप सिंह को शिकायत का इंतजार है. हालांकि वे ऐसे मामले सामने आने के बाद कार्डों को निरस्त करने की बात भी कह रहे हैं.
मालूम हो कि पूर्व सांसद स्वर्गीय गांधी आजाद की बहू संगीता आजाद वर्तमान में लालगंज लोकसभा से बसपा सांसद हैं. वहीं बेटा अरिमर्दन आजाद विधायक हैं. इस मामले में व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश शर्मा का कहना है कि आयुष्मान योजना की लिस्ट में बड़े राजनीतिक और धनाढ्य लोगों के नाम हैं. गरीब और पात्र लोग लिस्ट से बाहर हैं. उन्होंने मंडलायुक्त और डीएम से मांग की है कि 2011 में आयुष्मान योजना की लिस्ट तैयार करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए.
पहले से सुर्खियों में है आजमगढ़ का चिकित्सालय
आईजीआरएस की शिकायत के आधार पर लखनऊ से एक टीम आजमगढ़ आई थी. टीम ने आजमगढ़ के मंडलीय चिकित्सालय से 2 कर्मचारियों को गिरफ्तार भी किया था. इस मामले की जांच की अभी जारी है.
आयुष्मान जन आरोग्य योजना में जो अपात्र लोग शामिल किए गए हैं. उनकी जांच के लिए सीएमओ और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है. जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
-नागेंद्र प्रताप सिंह, जिलाधिकारी, आजमगढ़